दूध उत्पादकों को समय पर नहीं हो रहा भुगतान, हो रहे परेशान
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- Apr 16, 2025

धमतरी, 16 अप्रैल (हि.स.)। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा बुधवार को सेमरा बी में संचालित दुग्ध संग्रहण केंद्र पहुंचे। उन्होंने उपस्थित दुग्ध उत्पादकों से क्षेत्र में दूध की कुल उत्पादित मात्रा, गांव में डेयरी एवं मवेशियों की संख्या, भुगतान प्रक्रिया और चिलिंग प्लांट में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। संग्राहकों ने बताया कि उनके द्वारा बेचे गए दूध की राशि का भुगतान नहीं हुआ है। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए पंचायत सचिव को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में भुगतान प्राप्त होने के बाद संग्राहकों का भुगतान न रोके, इस काम में लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्यवाही करने की बात की कलेक्टर ने की।
इस दौरान कलेक्टर ने पशु चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं और सुविधाओं की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि गांव में गीर, एचएफ, साहीवाल, जर्सी सहित अन्य नस्लों की गायें है। कृत्रिम गर्भाधान से उत्पादित वत्स लिंग वर्गीकृत वीर्य इसमें बछिया होने की 90 प्रतिशत संभावना होती है। गांव से लगभग 10 लाख रुपये का नर मवेशी विक्रय भी किया गया है, जिसे अंजोरा और चंदखुरी ले जाया जाता है। इसका उपयोग अंदरूनी गांवों में कृत्रिम गर्भाधान के लिए किया जाता है। इसके साथ ही बुल कस्टूडियन भी शत-प्रतिशत अनुदान पर दिए जाते है। कलेक्टर ने गांव में संचालित निजी पोल्ट्री फार्म को भी देखा, जहां उन्होंने पोल्ट्री फार्म के संचालक अभिषेक से फार्म का क्षेत्रफल, दाना, पालन अवधि, शासकीय योजनाओं का लाभ, लागत आदि के बारे में पूछा। अधिकारियों ने बताया कि छग कुक्कुट पालन प्रोत्साहन योजना की हितग्राही है, जिन्हें अनुदान प्रदान किया गया है। वर्तमान में आईबी ग्रुप से कान्टेक्ट फार्मिंग के तहत कार्य किया जा रहा है। फार्म की व्यवस्था को देखकर कलेक्टर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के लिए यहां भेजने की बात कही। इस दौरान कलेक्टर ने देमार फिशरी का भी अवलोकन किया और अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा