मीरजापुर : इंटर कॉलेज में घूसखोरी का भंडाफोड़, सहायक लिपिक रंगे हाथ गिरफ्तार

— चकचौरा के मौनी स्वामी इंटर कॉलेज में एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई

मीरजापुर, 21 नवम्बर (हि.स.)। मीरजापुर के जिगना थाना क्षेत्र के चकचौरा स्थित मौनी स्वामी इंटर कॉलेज में भ्रष्टाचार और घूसखोरी का गंभीर मामला सामने आया है। गुरुवार को एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने विद्यालय के सहायक लिपिक अमित कुमार को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का वेतन लगवाने के नाम पर 20 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

एंटी करप्शन टीम की पूरी योजना पहले से तैयार थी। सुबह करीब साढ़े दस बजे टीम ने विद्यालय परिसर में प्रवेश किया। इसी दौरान चपरासी के पद पर तैनात सतीश सिंह ने सहायक लिपिक अमित कुमार को 20 हजार रुपये दिए। टीम ने इशारा मिलते ही अमित कुमार को पकड़ लिया। पैसे गिनने के दौरान उनके हाथों पर केमिकल लगा हुआ नोटों का सबूत भी सामने आया।

टीम प्रभारी सिद्धार्थ मिश्र और अखिलेश राय ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत सहायक लिपिक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। उन्हें जेल भेजने की तैयारी हो रही है।

सूत्रों के अनुसार, चपरासी पद पर नियुक्त सतीश सिंह, धीर प्रताप सिंह और शैलेंद्र शुक्ल के वेतन आहरण पर दो महीने पहले रोक लगा दी गई थी। इस दौरान प्रधानाचार्य ने वेतन भुगतान के लिए भारी रकम की मांग की। इसी के तहत घूस की पहली किश्त दी जा रही थी, जब एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की।

भ्रष्टाचार का अड्डा बना कॉलेज

मौनी स्वामी इंटर कॉलेज पर लंबे समय से फर्जी नियुक्तियों और वेतन आहरण के नाम पर धन उगाही के आरोप लगते रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि विद्यालय प्रशासन भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुका है। इस घटना ने इन आरोपों को और मजबूत कर दिया है। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। इस मामले ने शिक्षा संस्थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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