
बोकारो, 7 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्ध भारत के द्वारा जबाबी कार्यवाही की गई, जिससे आतंकी को पनाह देने वाला पाकिस्तान तिलमिला गया है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखकर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए देश के कई जगहों पर मॉक ड्रिल अभ्यास किया गया, ताकि युद्ध की स्थिति में आम जन की सुरक्षा हो सके और जानमाल की कम क्षति हो।वही जिले में तीन जगहों पर जिसमें रामरुद स्कूल चास, नगर सेवा भवन बोकारो और गोमिया में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया।आपात स्थिति से निपटने के लिए आम नागरिकों को किया गया जागरूक
उपायुक्त के निर्देश पर गोमिया में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया है। इस मॉक ड्रिल अभ्यास का उद्देश्य आम नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों (युद्ध, हमले,दंगे, प्राकृतिक आपदा )में किसी भी तरह के उत्पन्न हुए संकट के लिए तैयार करना होता है। इसके तहत यह समझना होता है कि विभिन्न विभागों से सहयोग लेकर आम नागरिकों को इन विपरीत हालातों से कैसे निपटना है।उन्होंने कहा कि इस सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल अभ्यास के तहत हवाई हमले के चेतावनी वाले सायरन (एयर रेड सायरन) बजाए गए। नागरिकों के साथ साथ छात्रों को आत्म सुरक्षा की ट्रेनिंग, ब्लैकआउट स्थितियों का अभ्यास, सभी नागरिकों के घरों में मोमबत्ती, टॉर्च, प्राथमिक चिकित्सा सामाग्री, कुछ आवश्यक नगदी रखने की सलाह सहित आदि तरह के अभ्यास कराए गए हैं।
इस मॉक ड्रिल अभ्यास में उपायुक्त विजया जाधव ,पुलिस अधीक्षक मनोज स्वार्गियारी के अलावा जिले तमाम पदाधिकारियों के सीआरपीएफ के कई कम्पनियां, फायर बिग्रेड की टीम, अस्पताल के डॉक्टर नर्स ,एएनएम, जीएनएम, सहिया के अलावे स्कूली छात्र, एनसीसी कैडेट्स, होमगार्ड एवं जिला पुलिस के जवान आदि शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल कुमार