राजधानी दून में खुलेंगे आधुनिक आउटलेट और कैफे, पहाड़ी उत्पादों को मिलेगा बढ़ावा, सशक्त होंगी महिलाएं 

- महिला स्वयं सहायता समूहों के 25 से अधिक सदस्यों को हर आउटलेट में मिलेगा रोजगार

- चार आधुनिक आउटलेट, कैफे, रेस्टोरेंट खोले जाएंगे, उत्पादों का होगा व्यापक विपणन

देहरादून, 22 नवंबर (हि.स.)। राजधानी देहरादून में महिला स्वयं सहायता समूहों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और स्थानीय पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने एक अनूठी पहल की है। जल्द ही जनपद में चार आधुनिक आउटलेट, कैफे, रेस्टोरेंट खोले जाएंगे।

जिलाधिकारी सविन बसंल ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि कचहरी परिसर, सुद्धोवाला (पंचायतघर के पास), कोरोनेशन अस्पताल और गुच्चुपानी में यह आउटलेट स्थापित किए जाएंगे। इन स्थानों का चयन इस प्रकार किया गया है कि यह न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पर्यटकों और मरीजों के तीमारदारों के लिए भी उपयोगी साबित होंगे।

महिला समूहों के लिए रोजगार और बाजार का बड़ा अवसर

इन आउटलेट्स के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादों के विपणन के लिए एक स्थायी मंच मिलेगा। इसके अलावा हर आउटलेट पर लगभग 25 महिलाओं को रोजगार उपलब्ध होगा, जिससे उनकी आजीविका में स्थिरता आएगी। जिलाधिकारी सविन बसंल ने कहा ​कि हमारा उद्देश्य महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। यह योजना न केवल रोजगार के अवसर पैदा करेगी बल्कि देहरादून के लोगों और पर्यटकों को स्वच्छ, पौष्टिक और ऑर्गेनिक उत्पाद भी उपलब्ध कराएगी।

इन स्थानों पर मिलेंगी ये सुविधाएं

कचहरी परिसर : यहां बनने वाला आउटलेट आम जनता के लिए सुलभ होगा। लोग यहां स्थानीय उत्पाद खरीदने के साथ पौष्टिक भोजन का लाभ उठा सकेंगे।

सुद्धोवाला (पंचायतघर के पास) : यह स्थान पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। यहां पहाड़ी व्यंजन और ऑर्गेनिक उत्पाद उपलब्ध होंगे, जिससे स्थानीय उत्पादों को बाजार मिलेगा।

कोरोनेशन अस्पताल : मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए यह आउटलेट बड़ी सुविधा प्रदान करेगा। ताजा और पौष्टिक भोजन के साथ स्थानीय उत्पाद भी यहां उपलब्ध होंगे।

गुच्चुपानी : इस पर्यटन स्थल पर बनने वाला आउटलेट पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण होगा। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को यहां पहाड़ी व्यंजन और उत्पाद मिलेंगे, जिससे स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।

स्थानीय उत्पादों को मिलेगा राष्ट्रीय मंच

इन आउटलेट्स पर ऑर्गेनिक उत्पाद, पहाड़ी मसाले, पारंपरिक खाद्य सामग्री, और स्थानीय हस्तशिल्प जैसे उत्पादों की बिक्री की जाएगी। यह प्रयास स्थानीय उत्पादों को व्यापक पहचान देने के साथ-साथ राज्य की आर्थिकी को भी मजबूती प्रदान करेगा। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने बताया कि यह परियोजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के सहयोग से संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के इस प्रयास से महिला समूहों को बड़ा आर्थिक लाभ होगा और उनके उत्पादों को एक स्थायी बाजार मिलेगा।

जिलाधिकारी के अनुभव का लाभ

जिलाधिकारी सविन बसंल ने नैनीताल में भी एक सफल मॉडल के तहत आधुनिक कैफे और किचन स्थापित किए थे। वहां के अनुभव को ध्यान में रखते हुए देहरादून में इस योजना को लागू किया जा रहा है।

महिला सशक्तिकरण के साथ पर्यटन को बढ़ावा

गुच्चुपानी जैसे पर्यटन स्थल पर आउटलेट खोलने से स्थानीय व्यंजन और उत्पादों को पर्यटकों तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा। पहाड़ी संस्कृति और स्वाद का अनुभव लेने के लिए पर्यटक इन आउटलेट्स पर आकर्षित होंगे।

उत्तराखंड के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए महत्वपूर्ण कदम

जिलाधिकारी ने कहा कि यह पहल शुरुआती चरण है। भविष्य में जनपद के अन्य हिस्सों में भी इस मॉडल को लागू किया जाएगा। राज्य के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। दूनवासियों और पर्यटकों के लिए यह पहल पौष्टिक भोजन, रोजगार और स्थानीय संस्कृति के प्रसार का शानदार उदाहरण बनेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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