राजस्थान के कई जिलों में मानसून सक्रिय, बारिश से जनजीवन प्रभावित

जयपुर, 1 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान में मानसून दोबारा सक्रिय हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश होने से हालात बिगड़ गए हैं। जयपुर शहर में गुरुवार को सड़कें दरिया बन गई। प्रदेश के निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया। करौली, अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, सीकर, सवाई माधोपुर, टोंक, नागौर, हनुमानगढ़ और चूरू में भी मेघ जमकर बरसे। इसके चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

राजधानी जयपुर में देर रात से लगातार बरसात होने से सड़कें दरिया बन गई। कई जगह पानी भरने से वाहन फंस गए। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विश्वकर्मा इलाके स्थित एक घर के बेसमेंट में पानी भर गया है। करीब दस फीट पानी के बीच से रेस्क्यू कर परिवार को सुरक्षित निकालने के प्रयास सवेरे आठ बजे तक जारी रहे। मौसम विभाग ने जयपुर में सुबह आठ बजे तक सात इंच बारिश मापी है। सांगानेर एयरपोर्ट पर 133 मिमी (5.32 इंच) बारिश हुई। मानसून में अभी तक सबसे अधिक बारिश हुई है। रात एक बजे बाद बारिश का दौर शुरू हुआ, जो सुबह सात बजे जारी रहा।

जयपुर के बगरू (छीपा मोहल्ला) के नाले में एक 12 साल का लड़का बह गया। मैन होल खुला पड़ा था। जलभराव के कारण वह देख नहीं पाया और मेन होल में गिर गया। करीब सात घंटे से राजधानी में हो रही बरसात से द्रव्यवती नदी में उफान आ गया है। शहर के कई हिस्सों में दो-तीन फीट तक पानी जमा है। कई कॉलोनियां डूब गईं हैं और बाजारों में भी हाल-बेहाल है। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल में भी पानी भर गया है। चूरू में रातभर हुई बारिश के कारण एक हवेली ढह गई। चूरू ब्लॉक में जिला कलेक्टर ने स्कूलों की छुट्‌टी कर दी है। कोटा में भी तेज बरसात के कारण एक बस पलट गई। हादसे में चार लोग घायल हुए हैं।

करौली जिला मुख्यालय सहित क्षेत्र में बुधवार देर रात तक हुई भारी बारिश ने जिला मुख्यालय पर हालात खराब कर दिए। निचले इलाकों में पानी भरने से घरों में पानी घुस गया। इसके चलते लोगों की मुश्किल बढ़ गई। इस दौरान करौली जिला मुख्यालय पर 157 एमएम यानि छह इंच बारिश हुई, जबकि जिले के सबसे बड़े पांचना बांध क्षेत्र में 181 एमएम यानि सात इंच से अधिक बारिश मापी गई।

अजमेर जिले में घनघोर घटाएं गुरुवार सुबह तक शहर में झूमकर बरसी। झमाझम बारिश ने समूचे शहर को जलमग्न कर दिया। जगह-जगह सड़कों-चौराहों पर पानी उफन पड़ा। शहर की निचली बस्तियों में गलियों,घरों और दुकानों में तीन से पांच फीट पानी भर गया गया। बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

टोंक के निवाई में 144MM, पीपलू में 95, मालपुरा में 85, नागौर के नावां में 70, अलवर के बहादुरगढ़ में 125, रामगढ़ में 54, बानसूर में 79, सवाई माधोपुर के खंडार में 115, बौंली में 145, मलारना डूंगर में 86, हनुमानगढ़ के भादरा में 82, करौली के बालघाट में 136, नादौती में 114, चूरू शहर में 120, रतनगढ़ में 110, तारानगर में 131, दौसा के महुवा में 108, भांडारेज में 82, बेजुपाड़ा में 89, भरतपुर के कामां में 89, डीग में 53, बारां के अटरू में 78, जयपुर के फागी में 127, चौंमू में 163, शाहपुरा में 100, जमवारामगढ़ में 87, बस्सी में 86, चाकसू में 96, फुलेरा में 102, कालवाड़ में 80, जोबनेर में 65 मिमी बारिश हुई।

मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार गुरुवार काे अलवर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया है। इसके अलावा 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी राजस्थान में दो अगस्त और पश्चिमी राजस्थान में तीन अगस्त से मानसून सक्रिय होने और बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर

   

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