अधिक उत्पादन- अच्छी गुणवत्ता के साथ करें खाद्यान्न उत्पादन- चौधरी

अजमेर, 29 जनवरी (हि.स)। राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र तबीजी में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में राजस्थान राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी ने किसानों को अधिक उत्पादन-अच्छी गुणवत्ता को केन्द्र में रखकर खाद्यान्न का उत्पादन करने का आह्वान किया।

राजस्थान राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी ने कहा कि वर्तमान में जीवन की गुणवत्ता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इसलिए व्यक्ति उत्तम गुणवत्ता के भोज्य पदार्थ उपयोग लेना पसंद करते है। ऐसे में किसानों के सामने अच्छी गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थो का अधिक उत्पादन करना एक चुनौती है। इसे स्वीकार करते हुए जैविक खेती तथा प्राकृतिक खेती को अपनाने की आवश्यकता है। विदेशों में खाद्यान्न निर्यात करने पर भी गुणवत्ता को पहले जांचा परखा जाता है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान किसान आयोग सरकार तथा किसानों के मध्य कड़ी का कार्य करता है। किसानों की समस्याओं का निदान कर उनका समाधान सरकार के माध्यम से करवाने का प्रयास किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने किसानों की पीड़ा को समझा है। किसान को अन्नदाता के रूप में विश्व में पहचान दिलाई है। सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार किसानों को उपज की लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिलवाने के लिए संकल्पबद्ध है। इससे किसानों की आय दुगुनी होगी।

उन्होंने कहा कि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर डेढ़ गुना तक कर दिया है । बाजरा 1100 से 1975 तथा मूंग 5000 से 6975 रुपये किया गया है । एक फसली क्षेत्रों में पैदा होने वाली फसलों का समर्थन मूल्य तुलनात्मक रूप से अधिक बढ़ाया गया है। किसानों को पर्याप्त उर्वरक लगातार उपलब्ध कराने के लिए सरकार काम कर रही है। किसानों को प्रमाणित बीज ही इस्तेमाल करने चाहिए। किसान अब स्वयं गिरदावरी कर सकते है।

उन्होंने कहा कि पर ड्रॉप मोर क्रोप की अवधारणा पर काम करते हुए खेत का पानी खेत में तथा गांव का पानी गांव में रहे। इसके लिए प्रत्येक खेत में फार्म पौण्ड होना चाहिए। सरकार ने किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पड़ौसी राज्यों के साथ समझौते किए है। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को रामजल सेतु के नाम से जाना जा रहा है। इससे आधे राजस्थान को पीने तथा सिंचाई का पानी मिलेगा। शेखावाटी के लिए यमुना का पानी उपलब्ध होगा। अगले पांच वर्ष में इन परियोजनाओं का लाभ किसानों को मिलने लगेगा।

देहात अध्यक्ष जीतमल प्रजापत ने कहा कि सरकार किसानों के हित के लिए विभिन्न आयोजन करवा रही है। किसान संवाद के माध्यम से प्राप्त सुझावों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इन्हें बजट में शामिल करवाने के लिए सरकार को भेजा जाएगा। विभिन्न योजनाओं का अधिकतम लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लें। भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष लक्ष्मण गुर्जर ने कहा कि किसानों को अनुदान समय पर मिलना चाहिए। संवाद में उपस्थित किसानों ने विभिन्न विषयो पर अपनी बात रखी।

इस अवसर पर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक संजय तनेजा, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनिल घीया, उद्यान विभाग के उपनिदेशक के.पी. सिंह राजावत सहित विभागीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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