एनसीबी ने सीमेंट उद्योग में डीकार्बोनाइजेशन और तकनीकी नवाचार बढ़ाने के लिए किए दो एमओयू

नई दिल्ली, 28 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय सीमेंट और निर्माण सामग्री परिषद (एनसीबी) ने यशोभूमि, आईआईसीसी द्वारका में सीमेंट और कंक्रीट पर आयोजित 18वें एनसीबी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी के दौरान दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक संगठन है।

यह कार्यक्रम शुक्रवार को सर्वश्रेष्ठ भाग लेने वाले सीमेंट संयंत्रों को सीमेंट उद्योग के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत विशेष योग्यता वाले शोधपत्रों को सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार प्रदान करने के साथ समाप्त होगा।

भारतीय सीमेंट क्षेत्र के भीतर डीकार्बोनाइजेशन के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एनसीबी और ग्लोबल सीमेंट एंड कंक्रीट एसोसिएशन (जीसीसीए), भारत के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। जीसीसीए, इंडिया के निदेशक मनोज रुस्तगी ने कहा कि इससे भारतीय सीमेंट उद्योग को 2070 तक नेट जीरो बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।

इसके अलावा सीमेंट उत्पादन में थर्मल प्लाज्मा टॉर्च प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग में एनसीबी और एआईसी-प्लाज्माटेक इनोवेशन फाउंडेशन के बीच एक और समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। एमओयू पर डॉ. एल.पी. सिंह (महानिदेशक-एनसीबी) और डॉ नीरव जमनापारा (निदेशक-एआईसी प्लाज्माटेक) ने हस्ताक्षर किए। यह एमओयू सीमेंट निर्माण प्रक्रिया में थर्मल प्लाज्मा प्रौद्योगिकियों के संभावित अनुप्रयोगों का पता लगाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

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