पूसीरे की समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय सांसदों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
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- Oct 14, 2025
-रंगिया और लामडिंग मंडलों में रेल बुनियादी संरचना के प्रगति की हुई समीक्षा
गुवाहाटी, 14 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने आज गुवाहाटी में संसदीय क्षेत्र रंगिया और लामडिंग रेल मंडल से संबंधित सांसदों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैइक में रंगिया और लामडिंग रेल मंडलाें में रेल की बुनियादी संरचना कीप्रगति की समीक्षा की गई।
बैठक में पूसीरे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने क्षेत्र की उपलब्धियों और चल रही विभिन्न परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पूसीरे में 7,362 ट्रैक किलोमीटर (टीकेएम) का कुल रेलवे नेटवर्क है और पूर्वोत्तर क्षेत्र में इस नेटवर्क का और विस्तार करने के लिए कई नई लाइन परियोजनाएं निष्पादित की जा रही हैं। महाप्रबंधक ने बताया कि पूसीरे ने 100 फीसदी रेलवे बिजलीकरण प्राप्त करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। 90फीसदी से अधिक नेटवर्क विद्युतीकृत हो चुका है और डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस तथा नाहरलगुन- नई दिल्ली एक्सप्रेस जैसी प्रतिष्ठित ट्रेनें अब एंड-टू-एंड इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चल रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि न्यू बंगाईगांव-आगियाठरी, न्यू बंगाईगांव-आजरा और गुवाहाटी-लामडिंग जैसे प्रमुख सेक्शनों पर दोहरी लाइन का काम पूरा हो चुका है, जबकि न्यू तिनसुकिया तक दोहरीकरण को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। इसके अलावा, मौजूदा सराईघाट पुल के पास ब्रह्मपुत्र नद पर एक नया पुल और कामाख्या एवं गुवाहाटी के बीच तिहरी लाइन के निर्माण को मंजूरी मिल गई है।
महाप्रबंधक ने कहा कि पूसीरे देश के सबसे जटिल रेल नेटवर्कों में से एक का संचालन करता है। यहां का रेल नेटवर्क चुनौतीपूर्ण पहाड़ी क्षेत्रों से होकर गुजरता है, जिसमें भारतीय रेल प्रणाली में सर्वाधिक सुरंगें, पुल और सबसे लंबा एलिफेंट कॉरिडोर हैं। उन्होंने कहा कि मिज़ोरम की राजधानी आइज़ोल पहली बार रेल नेटवर्क से जुड़ी और नगालैंड के मॉलवॉम से मालगाड़ियों का परिचालन शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि पूसीरे बुनियादी संरचना की संरक्षा, यात्री सुविधा और वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक एआई-आधारित तकनीकों को भी अपना रहा है। उन्होंने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पूर्वोत्तर के 60 स्टेशनों सहित पूरे पूसीरे के 92 स्टेशनों पर स्टेशन अपग्रेडेशन का कार्य प्रगति पर है। उल्लेखनीय है कि असम का हयबरगांव स्टेशन पूर्वोत्तर का पहला अमृत स्टेशन है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने किया था।
सांसदों ने रेल कनेक्टिविटी के विस्तार और सुधार, स्टेशनों के अपग्रेडेशन और विरासत रेल संपत्तियों के संरक्षण के संबंध में बहुमूल्य सुझाव दिए। महाप्रबंधक ने सुझावों को स्वीकार करते हुए आश्वस्त किया कि उसे यथासंभव लागू किया जाएगा। इस बैठक में असम से राज्यसभा के सांसद भुवनेश्वर कलिता; लोकसभा के सांसदों में कामाख्या प्रसाद तासा (काजीरंगा), कृपानाथ मल्लाह (करीमगंज), फणी भूषण चौधरी (बरपेटा), रंजीत दत्ता (शोणितपुर), परिमल शुक्ला बैद्य (सिलचर), एस. सुपोंगमेरेन जमीर (नगालैंड), अमरसिंग टिस्सो (डिफू), अल्फ्रेड कनंगम एस. आर्थर (बाहरी मणिपुर), बिजुली कलिता मेधी (गुवाहाटी) और सालेंग ए. संगमा (तुरा) मौजूद थे।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया है कि बैठक में रंगिया के मंडल रेल प्रबंधक अनंत सदाशिव और लामडिंग के मंडल रेल प्रबंधक समीर लोहानी के साथ-साथ पूसीरे मुख्यालय के वरिष्ठ रेल अधिकारी भी उपस्थित थे। इस बैठक का समन्वयन उप महाप्रबंधक (जी)/पूसीरे अनुराग अग्रवाल ने किया। बैठक का उद्देश्य सांसदों को पूसीरे के विकास कार्यों से अवगत कराना और बेहतर सेवा प्रदान के लिए जनप्रतिनिधियों से रचनात्मक सुझाव एवं प्रतिक्रिया प्राप्त करना था।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय



