
मुजफ्फरपुर, 05 मार्च (हि.स.)।
जिले में बेनीबाद थाने से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने वरीय पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर से रिपोर्ट की मांग की है। मामला जिले के बेनीबाद थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जिस सम्बन्ध में बेनीबाद थाना कांड संख्या - 85/24 दर्ज है।
कांड के सूचक गनौर साह ने बताया कि मेरी बेटी व नतिनी को उक्त कांड के अभियुक्तों ने अपहरण करके मानव तस्करों के हवाले कर दिया है। उन्होंने पुलिस पर अभियुक्तों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस अभियुक्तों से मिली हुई है और उनकी बेटी व नतिनी की बरामदगी के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है।
उन्होंने बताया कि अभियुक्तगण खुले-आम घूम रहे है और उन्हें जान से मारने की लगातार धमकी दे रहे है। कांड के अनुसन्धानक ने अनुसन्धान करने के बजाये मामले को ठंढे बस्ते में डाल दिया है। थक-हारकर सूचक ने मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एसके झा के माध्यम से राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग में दो अलग - अलग याचिका दाखिल किया, जिस पर सुनवाई करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एसएसपी मुजफ्फरपुर को तलब किया है और चार सप्ताह में रिपोर्ट की मांग किया है।
बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग ने एसएसपी को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। मामले के सम्बन्ध में मानवाधिकार अधिवक्ता एसके झा ने बताया कि यह पूरा मामला पुलिस की लापरवाही को स्पष्ट करता है। पुलिस शुरू से ही महिला और उसके बच्चे की बरामदगी के लिए कोई प्रयास ही नहीं कर रही है, जिस कारण महिला और उसके बच्चे की बरामदगी अबतक नहीं हो पायी है। मानवाधिकार आयोग पर मुझे पूर्ण विश्वास है।
हिन्दुस्थान समाचार / मनोज कुमार