गृह मंत्री के कार्यक्रम से पहले चार बार विधायक रहे जनार्दन यादव ने भाजपा से दिया इस्तीफा

अररिया, 24 सितम्बर(हि.स.)।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 सितंबर को फारबिसगंज हवाई अड्डा के मैदान आ रहे हैं। जहां 10 जिले के 49 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करने के साथ जीत का मूल मंत्र देंगे। केंद्रीय गृह मंत्री हवाई अड्डा के मैदान में सभा को भी संबोधित करेंगे। लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री के दौर से ठीक तीन दिन पहले नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र का चार बार प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा के नेता जनार्दन यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

चार बार विधायक रहे जनार्दन यादव लंबे समय से पार्टी के सक्रिय सदस्य रहे हैं और वर्ष 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार नरपतगंज से विधायक बने थे। 1977 के चुनाव में कम उम्र के कारण हाईकोर्ट के निर्देश पर उन्हें अयोग्य घोषित कर फिर से चुनाव करवाने का निर्देश निर्वाचन आयोग को दिया था।फलस्वरूप 1980 में हुए उप चुनाव में उनकी उम्र पूरी हो जाने पर पार्टी ने उन पर फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया और वे जीत भी गए। 1980 के बाद 2000 और 2005 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से विधायक बने। वर्ष 2015 में उन्हें फिर से भाजपा ने टिकट दिया था, लेकिन वे जीतने में कामयाब नहीं रहे।उसके बाद पार्टी में उन्हें उपेक्षा किए जाने का महसूस हुआ।

भाजपा से इस्तीफा देते हुए जनार्दन यादव ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है। उनका आरोप है कि चाहे थाना हो, प्रखंड कार्यालय या अन्य सरकारी विभाग, बिना रिश्वत कोई काम नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि फारबिसगंज और नरपतगंज के वर्तमान भाजपा विधायक जनता की सेवा में सक्षम नहीं हैं और कार्यालयों में कामकाज ठीक से नहीं हो रहा। उन्होंने पार्टी की लगातार उपेक्षा पर भी नाराजगी जताई और कहा कि वर्तमान समय में अररिया जिले के पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई पूछ नहीं है। उनकी यह आलोचना पार्टी की अनदेखी और पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा पर केंद्रित रही।

उन्होंने कहा कि नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र से चार बार उन्हें प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। फलस्वरूप क्षेत्र की जनता आज भी कई कार्यों से को लेकर उनके पास पहुंचते हैं,लेकिन वर्तमान समय में सरकारी कार्यालयों में बिना चढ़ावे के कोई कार्य नहीं होता। उन्होंने भाजपा संगठन में बाहरी तत्वों के घुसपैठ हो जाने से पार्टी के मूल स्वरूप में बदलाव आने की बात कही। उल्लेखनीय हो कि इससे पहले दो दिन पहले प्रदेश कार्य समिति सदस्य और अररिया विधानसभा के पूर्व लोजपा प्रत्याशी अजय कुमार झा ने भी पार्टी की नीति पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि अगर इस बार उन्हें विधानसभा टिकट नहीं मिला तो वह पार्टी कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

   

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