सोनीपत: युवाओं में संस्कार व आत्मविश्वास का निर्माण कर रही नई शिक्षा नीति: डॉ रीटा

सोनीपत, 15 नवंबर (हि.स.)। सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा की धर्मपत्नी डॉ. रीटा शर्मा

ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से देश की

शिक्षा व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव ला रहे हैं। यह नीति बच्चों में रचनात्मकता, राष्ट्रीय

भावना और अच्छे संस्कार विकसित करने पर विशेष बल देती है। इसलिए अध्यापकों के साथ-साथ

अभिभावकों की भी जिम्मेदारी है कि वे नई पीढ़ी को संस्कारवान, जिम्मेदार और सकारात्मक

सोच वाला नागरिक बनाएं।

डाॅ. रीटा शर्मा शनिवार को गामड़ी स्थित निजी स्कूल में आयोजित

बेबी शो कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुईं। विद्यालय प्रबंधन द्वारा स्वागत

उपरांत उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत

सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सामाजिक संदेश वाली प्रस्तुतियों का आनंद लेने के बाद उन्होंने

विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बच्चे देश

की नींव हैं और उनकी दृढ़ता ही भारत को मजबूत बनाएगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति

2020 ने अंग्रेजी हुकूमत की पुरानी बाबू पद्धति को समाप्त कर युवाओं को रुचि अनुसार

विषय चुनने की स्वतंत्रता दी है। इससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है और वे देश-समाज की

आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार होते हैं।

डॉ. रीटा शर्मा ने विद्यार्थियों को शिक्षा के

साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि सीखना एक निरंतर

प्रक्रिया है, जीत-हार से अधिक महत्त्व प्रयास का होता है। उन्होंने युवाओं को मोबाइल

के अत्यधिक उपयोग और नशे से होने वाले नुकसान से बचने की सलाह दी। अभिभावकों व शिक्षकों

से आग्रह किया कि वे घर और विद्यालय दोनों में बच्चों को अनुशासन, समय की कीमत और अच्छे

संस्कार सिखाएं। उन्होंने जल संरक्षण और पर्यावरण बचाने की जागरूकता पर भी जोर दिया।

कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों

को सम्मानित किया गया। विद्यालय के निदेशक पंकज जाले, प्रधानाचार्या प्रीति शर्मा जाले

सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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