
नैनीताल, 4 अप्रैल (हि.स.)। नैनीताल नगर में किसी भी ओर से प्रवेश करने के लिए अब हर वाहन को 500 रुपये तक ‘नैनीताल इंट्री टैक्स’ यानी प्रवेश शुल्क देना होगा। अब तक केवल हल्द्वानी व भवाली की ओर से मॉल रोड से प्रवेश के लिए ही 118 रुपये लेक ब्रिज चुंगी देनी पड़ती थी, जबकि अब अन्य मार्गों से भी नगर में प्रवेश करने वालों को 500 रुपये प्रवेश शुल्क देना होगा। इसके अतिरिक्त नगर में वाहन की पार्किंग के लिए भी अब 118 की जगह 500 रुपये यानी लगभग 5 गुने रुपये देने होंगे। पालिका बोर्ड की शुक्रवार को हुई बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
शुक्रवार को नगर पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में पालिका के अधिशासी अधिकारी दीपक गोस्वामी ने गत 3 अप्रैल को लेक ब्रिज चुंगी व कार पार्किंग शुल्क में वृद्धि के संबंध में उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों की विस्तृत जानकारी दी। बताया गया कि वर्ष 2018 से बंद बारापत्थर व फांसी गधेरा चुंगी को पुनः शुरू करने की उच्च न्यायालय से अनुमति मिल गई है। बताया कि उच्च न्यायालय में नैनीताल नगर पालिका ने लेक ब्रिज चुंगी व कार पार्किंग शुल्क बढ़ाने का आग्रह किया था। उच्च न्यायालय ने यातायात नियंत्रण के उद्देश्य से शुल्क वृद्धि के आग्रह को स्वीकार करते हुए नगर पालिका को शुल्क वृद्धि करने और अपने बायलॉज यानी उप नियमों में संशोधन कर रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। बोर्ड बैठक में नगर पालिका के सभी सभासद व कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रस्ताव को कर दिया गया।
प्रस्तावित शुल्क दरें
- अब नैनीताल में बाहरी चार पहिया वाहनों के लिये पार्किंग शुल्क 500 रुपये प्रति दिन होगा।
- स्थानीय वाहन चालक मल्लीताल अशोक पार्किंग में 25 रुपये प्रति घंटे के शुल्क पर वाहन पार्क कर सकेंगे।
- नैनीताल प्रवेश शुल्क: मॉल रोड की लेक ब्रिज चुंगी, फांसी गधेरा एवं कालाढुंगी रोड के बारापत्थर में बाहर के वाहनों को प्रवेश करने पर नकद भुगतान करने पर 500 एवं यूपीआई से भुगतान करने पर 300 रुपये देने होंगे।
- नैनीताल जिले के वाहनों को 200 रुपये प्रवेश शुल्क देना होगा।
- नैनीताल नगर के बाइक व स्कूटी टैक्सी चालक को अब 1300 रुपये वार्षिक शुल्क प्रवेश व पार्किंग शुल्क के रूप में देना होगा। स्थानीय बाइक चालकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
- बाहर की टैक्सी बाइकों को नैनीताल नगर में प्रवेश करने पर 100 रुपये प्रवेश शुल्क देना होगा।
- अधिवक्ताओं को लगभग 2,000 निःशुल्क पास के मुद्दे को उच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
- नैनीताल नगर के के वाहनों के लिए पास की व्यवस्था पूर्ववत रहेगी।
शुल्क में वृद्धि का उद्देश्य
नगर में प्रवेश एवं पार्किंग शुल्क में वृद्धि का उद्देश्य नगर में वाहनों के प्रवेश को हतोत्साहित करना है। यानी अधिक शुल्क देने से बचने के लिये लोग नगर में वाहनों को लेकर आने से बचें। दूसरी ओर शुल्कों में वृद्धि से नगर पालिका की आय में वृद्धि की उम्मीद भी की जा रही है। आगे देखना होगा कि कितने वाहन इस कारण नगर में प्रवेश कम करते हैं और वाहनों के कम प्रवेश व अधिक शुल्क से नगर पालिका की आय में क्या प्रभाव पड़ता है।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी