फाइलेरिया रोधी अभियान को सफल बनाने के लिए एनआरएलएम, पंचायती राज व बेसिक शिक्षा विभागों ने मिलाया हाथ 

लखनऊ, 30 जनवरी(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से आरम्भ होने वाले मास ड्रग एडिमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) के फाइलेरिया रोधी अभियान को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम), पंचायती राज व बेसिक शिक्षा विभागाें ने हाथ मिलाकर जनमानस को दवा खिलाने की तैयारी कर ली है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने तीनों विभागों के प्रमुख अधिकारियों को इससे जुड़े सहयोग के लिए पत्र लिखा है।

प्रमुख सचिव पार्थ सारथी ने प्रदेश सरकार की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश की सरकारों ने देश को वर्ष 2027 तक फाइलेरिया मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसी क्रम में दस से 28 फरवरी तक प्रदेश के 14 जनपदों लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, अमेठी, बलिया, बरेली, चित्रकूट, हमीरपुर, जालौन, जौनपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, प्रयागराज और सोनभद्र के 45 ब्लाॅक में एमडीए राउंड चलाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि एक वर्ष से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर रोगियों को छोड़कर सभी स्वस्थ्य जनमानस को फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाने की तैयारी हो गयी है। पंचायती राज विभागा के अध्यक्ष को पत्र लिखकर बीते साल फरवरी व अगस्त राउंड में मिले अपेक्षित सहयोग के लिए सराहा गया है। इस बार भी जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, बीडीसी सदस्य, ब्लाक प्रमुख व प्रधान द्वारा दस फरवरी को अपने क्षेत्र में उपस्थित रहकर कार्यक्रम का शुभारंभ करने व स्वयं दवा खाकर जनमानस को दवा खाने के लिए प्रेरित करने का कार्य करेगें।

उन्होंने आगे कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक से सभी स्कूलों में अभियान से पहले रैली निकलवाने, प्रार्थना सभा में फाइलेरिया के बारे में जानकारी देने, अभियान के दिन बच्चों की डायरी में फाइलेरिया से बचाव की जानकारी अंकित करने, अभियान के दिन बच्चों को भोजन के उपरांत फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करवाने तथा अभियान के समय शिक्षकों द्वारा प्रतिरोधी परिवारों को समझा बुझाकर दवा खिलाने में सहयोग देने को कहा गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र

   

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