बिहार के सरकारी विद्यालयों में पोषण वाटिका की स्थापना की जाएगी

पटना, 09 जनवरी (हि.स.)। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कुपोषण से बचाने एवं उन्हें पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकारी विद्यालयों में पोषण वाटिका की स्थापना की जाएगी। ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत मनरेगा योजना के माध्यम से यह वाटिका स्थापित की जाएगी।

इस संबंध में आयुक्त, मनरेगा की अध्यक्षता में सभी जिलों के साथ एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन आज किया गया। कार्यशाला का विषय था- ‘महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत पोषण वाटिका का सृजन’। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मनरेगा आयुक्त ने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के सभी प्रखंडों में एक पोषण वाटिका स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित वैसे सरकारी विद्यालयों को चिह्नित किया जा रहा है, जो चारदीवारी एवं चापाकल से युक्त हों।

उन्होंने कहा कि पोषण वाटिका के लिए जैविक खाद की उपलब्धता के लिए नाडेप टैंक का भी निर्माण किया जाना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस योजना के कार्यान्वित होने के बाद मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में वृद्धि हो आएगी।

मौके पर एमडीएम के उप-मिशन निदेशक बालेश्वर प्रसाद यादव ने कार्यशाला में पोषण वाटिका से होने वाले लाभ के संबंध में चर्चा की।

यूनिसेफ के पोषण विशेषज्ञ अंतर्यामी दास ने भी कार्यशाला को संबोधित किया।

पोषण वाटिका की स्थापना ग्रामीण विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग के अभिसरण एवं समन्वय से किया जा रहा है। इस वाटिका में आंवला, सहजन, नींबू, अमरूद, जामुन, आम, कटहल, अनार, लीची. सीताफल जैसे फलों के अलावा अन्य फलों एवं सब्जियों के पौधे लगाए जाएंगे, जिससे विद्यार्थियों को पोषण युक्त मध्याह्न भोजन सुनिश्चित हो सकेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी

   

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