फर्जी गन लाइसेंस केस के पुराने मामलों के तार सतवारी क्षेत्र से जुड़े

जम्मू। सतवारी क्षेत्र में कुछ महीने पहले मिले फर्जी गन लाइसेंस के तार पुराने मामलों से जुड़ गए हैं। इसे देखते हुए जिला पुलिस ने मामले की जांच सीबीआई से अपने हाथ में लेने की सिफारिश की है। सीबीआई के पास पहले से इस मामले से संबंधित तथ्यों और जांच का रिकॉर्ड है।

पुलिस का कहना है कि पूर्व सैन्यकमी तीर्थ सिंह के पास से जो फर्जी लाइसेंस मिले थे, वे 2012 से 2016 के दौरान ही बने थे। तब देशभर में रहने वाले लोगों के लिए करीब ढाई लाख फर्जी गन लाइसेंस बनाए गए थे। बता दें कि जम्मू के गाडीगढ़ क्षेत्र से सतवारी पुलिस ने पूर्व सैन्यकर्मी तीर्थ सिंह के नए बने घर पर दबिश दी थी। वहां से 435 • फर्जी गन लाइसेंस मिले। ये लाइसेंस लेह, पुंछ, राजोरी, उधमपुर, रियासी, कुपवाड़ा, बारामुला आदि जिलों से बने थे।

मामले की जांच कर रही  SIT की इंचार्ज डीएसपी कार्तिक क्षेोत्रिया का कहना है कि मामले की जांच में हमें पता चला कि इससे संबंधित रिकॉर्ड पहले से सीबीआई के पास हैं। जिन लोगों से तीर्थ सिंह ने लाइसेंस बनाए थे. उन्हीं लोगों ने पहले भी लाइसेंस बनाए थे, जिस मामले की जांच सीबीआई के पास है। इसलिए सीबीआई से कहा गया है कि वह इस मामले की जांच भी करें।

हालांकि अभी इस मामले में तीर्थ सिंह के अलावा कोई अन्य व्यक्ति नहीं मिला है। बता दें कि पुराने फर्जी गन लाइसेंस मामले में सीबीआई दो चालान पेश कर चुकी है। इसमें कुछ IAS और KAS अधिकारियों समेत 43 लोगों के नाम हैं। इनमें गन डीलर, विभिन्न जिला उपायुक्त कार्यालयों के मुलाजिम तक शामिल हैं। यही लोग सतवारी मामले में भी शामिल हैं

   

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