नैनीताल में राज्यपाल की पहल पर 11 जून को होगी ‘एक शाम सैनिकों के नाम’

नैनीताल, 8 मई (हि.स.)। उत्तराखण्ड के वीरता पदक प्राप्त सैनिकों और समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पूर्व सैनिकों को प्रदेश के राज्यपाल के द्वारा सम्मानित करने के उद्देश्य से आगामी 11 जून को नैनीताल में ‘एक शाम सैनिकों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

बताया गया है कि यह आयोजन राज्यपाल सेवा निवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह की अभिनव पहल का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत इससे पूर्व देहरादून में भी सफलतापूर्वक कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। राजभवन की ओर से गुरुवार को नैनीताल में होने वाले आगामी आयोजन की जानकारी देते हुए बताया गया है कि इस कार्यक्रम में प्रदेश के वीरता पदक विजेताओं, पूर्व सैनिकों और सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले सैनिकों को सम्मानित कर उन्हें प्रशंसा पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड न केवल ‘देवभूमि’ बल्कि ‘वीरभूमि’ भी है। इस भूमि के अनेक सपूतों ने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया है। यह कार्यक्रम उनके प्रति कृतज्ञता का प्रतीक और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के वीरों ने अपने शौर्य और साहस से यह प्रमाणित किया है कि यह भूमि शांति के साथ-साथ वीरता की मिसाल भी है।

कूटा-उटा ने की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की भूरि-भूरि प्रशंसा

नैनीताल, एसएनबी। कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ नैनीताल (कूटा) एवं उत्तराखंड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (उटा) ने भारतीय सेना द्वारा हाल ही में संपन्न किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए इसे आतंकवाद के विरुद्ध एक निर्णायक कदम बताया है। दोनों संगठनों ने इसे भारतीय सेना तथा भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण, साहसिक और सराहनीय कार्य करार दिया है।

कूटा की ओर से अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी, महासचिव डॉ. विजय कुमार, प्रो. नीलू लोधीयाल, डॉ. दीपक कुमार, प्रो. अनिल बिष्ट, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. दीपिका गोस्वामी, डॉ. पैनी जोशी, डॉ. दीपिका पंत, डॉ. रितेश साह, डॉ. युगल जोशी सहित अनेक शिक्षकों ने भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। कहा है कि यह अभियान उन निर्दोष भारतीय पर्यटकों को सच्ची श्रद्धांजलि है, जो बर्बर आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवा बैठे। विश्वास जताया कि इस प्रकार की कारवाई आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने की दिशा में प्रभावी सिद्ध होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

   

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