नारकोटिक्स ब्यूराे ने अपने कब्जे में ली सांवलियाजी मंदिर में चढ़ावे के रूप में आई 58 किलो अफीम

चित्तौड़गढ़, 13 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में चढ़ावे के रूप में आने वाली अफीम को सीज करने के लिए नारकोटिक्स विभाग की टीम गुरुवार को श्री सांवलियाजी मंदिर पहुंची। यहां आवश्यक कार्रवाई के बाद 58 किलो अफीम अपने कब्जे में ली गई। मंदिर में चढ़ावे के रूप में आने वाली अफीम को लेकर लोगों की और से पत्र लिख कर यह अफीम नारकोटिक्स विभाग को सौंपने की मांग की जा रही थी।

अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) एवं श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रभा गौतम के अनुसार गुरुवार दोपहर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की दो टीम सांवलियाजी मंदिर पहुंची थी। राजस्थान के प्रतापगढ़ व मध्यप्रदेश के नीमच जिले से दो टीमें मंदिर आई थी। यहां मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंदिर के गर्भ गृह के नीचे बने तहखाने में इलेक्ट्रॉनिक कांटे लेकर पहुंचे। यहां पर करीब चार घंटे तक चली कार्रवाई के बाद तहखाने में रखी हुई 58 किलो से अधिक अफीम को अपने कब्जे में लेकर कागजी कार्रवाई पूरी की। उन्होंने बताया कि आगे से प्रतिमाह चढ़ावे में आने वाली अफीम को प्रतिमाह नारकोटिक्स अथवा पुलिस विभाग को सौंपने की कार्रवाई की जाएगी। इधर, नारकोटिक्स की टीम के पहुंचने के बाद इस दौरान मंदिर के गर्भ गृह के आसपास सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए थे। ऐसे में किसी को भी आसपास भी नहीं आने दिया गया। इधर, यह भी जानकारी मिली है कि अफीम को नारकोटिक्स विभाग के नीमच स्थित अफीम क्षारीय कारखाने को सौंपा जाएगा।

गौरतलब है कि श्रीसांवलियाजी मंदिर के भंडार में मेवाड़ व मालवा के अफीम किसान अच्छी उपज होने के बदले मन्नत मांगते है। मन्नत पूर्ण होने पर लाखों रुपये की नकदी के साथ प्लॉस्टिक की थैलियों में थोड़ी अफीम भी भंडार में चढ़ाते हैं। मंदिर में पहले रविवार को अफीम का चरणामृत भी चढ़ाया जाता था। इस बाद में विशिष्ट श्रद्धालुओं को भी ग्रहण करवाते आए थे। वहीं अफीम के गलत उपयोग की शिकायत भी सामने आ रही थी। इस संबंध में समाचार प्रकाशन के बाद मंदिर मंडल ने सख्ती करते हुए अफीम को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया था। भंडार से निकलने वाली अफीम को सुरक्षित गर्भगृह के नीचे बने तहखाने में रख रहे थे। मंदिर मंडल साल भर से नारकोटिक्स विभाग से पत्राचार भी करता रहा था लेकिन विभाग भी इसे धर्म आस्था का मामला बता कर राजनीतिक दबाव में अपनी जिम्मेदारी से बचता रहा। हाल ही यहां के एक आटीआई कार्यकर्ता ने इस संबंध में नारकोटिक्स विभाग, सीबीआई के नारकोटिक्स विंग को पत्र लिखे। तब जाकर 15 दिन पूर्व यहां पर नारकोटिक्स अधिकारी आए और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ मौका मुआयना कर गए थे। वहीं इस अफीम को सीज करने की कार्रवाई के लिए टीम गुरुवार को पहुंची।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

   

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