हिसार : शोधकर्ताओं को मिलेगा वैश्विक मंच पर अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर : प्रो. नरसी राम बिश्नोई
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- Jan 29, 2025
गुजविप्रौवि में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसटीएजीई-2025’ के ब्रोशर का हुआ विमोचन
हिसार, 29 जनवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के वाणिज्य विभाग के पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसटीएजीई-2025’ का आयोजन आगामी
20 व 21 मार्च को होगा। यह सम्मेलन सस्टेनेबिलिटी, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन, एआई एंड
एनालिटिक्स, ग्रीन प्रैक्टिसेस, एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण विषयों
पर केंद्रित है। इस सम्मेलन का आयोजन गुजविप्रौवि द्वारा इंडो गल्फ मैनेजमेंट एसोसिएशन,
दुबई और रिसर्च कल्चर सोसायटी, यूएसए और इंडिया के सहयोग से किया जा रहा है।
सम्मेलन के संरक्षक एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई बुधवार
को सम्मेलन के ब्रोशर का विमोचन किया। इस अवसर पर एचएसबी के निदेशक प्रो. विनोद कुमार
बिश्नोई, डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार, एचएसबी के डीन प्रो. कर्मपाल नरवाल, सीडीओई
के निदेशक प्रो. खुजान सिंह व वाणिज्य विभाग की अध्यक्षा व सम्मेलन की संयोजिका डा.
निधि तुरान व आयोजन सचिव डा. मोनिका सैनी उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई
ने इस अवसर पर कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ इसी मंत्र के साथ हमें
विकसित भारत की दिशा में काम करना होगा। ‘एसटीएजीई-2025’ का आयोजन विश्वविद्यालय के
लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि होगी। इस सम्मेलन के माध्यम से न केवल हमारे शोधकर्ताओं को वैश्विक
मंच पर अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह वैश्विक चुनौतियों जैसे
सतत विकास और तकनीकी नवाचार पर नई दृष्टि विकसित करने में भी सहायक होगा। गुजविप्रौवि
हमेशा से गुणवत्ता शिक्षा और नवाचार के लिए प्रतिबद्ध रहा है। उन्होंने कहा कि सतत
विकास की दिशा में यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्तमान समय में शोध और प्रौद्योगिकी
का उपयोग समाज के कल्याण के लिए करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त
किया कि यह सम्मेलन भविष्य के लिए एक नई दिशा तैयार करेगा और शोधकर्ताओं को प्रेरित
करेगा।
वाणिज्य विभाग के डीन एवं सम्मेलन के मार्गदर्शक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने कहा
कि ‘एसटीएजीई-2025’ एक ऐसा मंच है जहां सतत विकास, तकनीकी नवाचार और प्रबंधन के क्षेत्र
में नवीनतम शोध कार्य प्रस्तुत किए जाएंगे। सम्मेलन के माध्यम से शिक्षाविदों और उद्योग
जगत के विशेषज्ञों के बीच एक मजबूत सहयोग स्थापित होगा। यह सम्मेलन भविष्य के सतत विकास
के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगा और वैश्विक चुनौतियों के समाधान ढूंढने में सहायक होगा।सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किए जाने
वाले विचार और समाधान भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए दिशानिर्देश तैयार
करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर