भारतीय समुद्री रणनीति हिंद महासागर तक सीमित नहीं - विनाेद कुमार

भारत की समुद्री सुरक्षा रणनीति: चुनौतियां एवं विकल्प विषयक शनिवारी संगोष्ठी का आयोजन*भारत की समुद्री सुरक्षा रणनीति: चुनौतियां एवं विकल्प विषयक शनिवारी संगोष्ठी का आयोजन*भारत की समुद्री सुरक्षा रणनीति: चुनौतियां एवं विकल्प विषयक शनिवारी संगोष्ठी का आयोजन*

गोरखपुर, 3 अगस्त (हि.स.)। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग में शनिवार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में भारत की समुद्री सुरक्षा रणनीति: चुनौतियां एवं विकल्प विषय पर विभागाध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय समुद्री रणनीति बेहतरीन हुई है। वर्तमान समय में भारतीय समुद्री रणनीति सिर्फ हिंद महासागर तक ही सीमित नहीं है , इसका विस्तार संपूर्ण हिंद प्रशांत क्षेत्र तक विस्तृत हो चुका है। आज संपूर्ण विश्व का ध्यान हिंद महासागर क्षेत्र में होने वाली हर छोटी बड़ी गतिविधि पर है।

वरिष्ठ आचार्य प्रो. श्रीनिवास मणि त्रिपाठी ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में नियम आधारित मुक्त व्यापार एवं समुद्री आवागमन को बनाए रखने के लिए बहुपक्षीय प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। सहायक आचार्य डॉ. विजय कुमार ने भारत की समुद्री रणनीति का वर्णन करते हुए कहा कि हिंद महासागर संपूर्ण विश्व की शक्ति स्पर्धा के केंद्र के रूप में परिवर्तित हो चुका है और ऐसे में इस क्षेत्र में संपूर्ण विश्व अपना हित देख रहा है। इस क्षेत्र में बढ़ते चीनी हस्तक्षेप को नियंत्रित करने के लिए बहुपक्षीय सहयोग के माध्यम से एक ऐसे मंच का निर्माण किए जाने की आवश्यकता है जहाँ सिर्फ इस क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा हो।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय / शरद चंद्र बाजपेयी / बृजनंदन यादव

   

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