देहरादून, 30 सितंबर (हि.स.)। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से मंगलवार शाम को केन्द्र के सभागार में आई नेचुरलिस्ट से परिचय कराने पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मानव विज्ञान व वानिकी विषय के विशेषज्ञों द्वारा इस नागरिक विज्ञान ऐप के बारे में लोगों को जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम में विशेषज्ञ कुहेलिका बिष्ट ने कहा कि आई नेचुरलिस्ट पेज मूलतः लोगों का एक ऑनलाइन सोशल नेटवर्क है, जो जैव विविधता की जानकारी साझा करते हैं ताकि एक-दूसरे को प्रकृति के बारे में जानने में मदद मिल सके और साथ ही विज्ञान एवं संरक्षण के लिए डेटा भी तैयार किया जा सके। उपयोगकर्ता अपने आस-पास के किसी भी जंगली जीव, चाहे वह पौधे हो, जानवर हो या कवक आदि की तस्वीरें या ऑडियो रिकॉर्डिंग अपलोड कर सकते हैं। आई नेचुरलिस्ट पेज उसकी संभावित पहचान सुझाएगा। इस बातचीत का आनंद यह है कि कोई नहीं जानता कि उसे क्या मिल गया है। अवलोकनों को रिकॉर्ड और साझा करके, प्रकृति को बेहतर ढंग से समझने और उसकी रक्षा करने के लिए काम कर रहे वैज्ञानिकों के लिए शोध-योग्य डेटा तैयार किया जा सकता है।
सत्र में स्लाइड शो के माध्यम से इस विषय वस्तु पर गहराई के साथ जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के अन्तिम समय में लोगों ने इस बारे में सवाल-जबाब भी किये।
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने प्रारम्भ में उपस्थित लोगों और वक्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से निश्चित तौर पर प्रकृति के संरक्षित रखने की दिशा में कारगर होते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल



