12 हजार से अधिक छात्राओं ने एक साथ ली आत्मरक्षा की ट्रेनिंग
- Admin Admin
- Nov 13, 2024
पूर्वी चंपारण,13 नवंबर (हि.स.)। वीरगंज का आदर्शनगर खेल मैदान बुधवार को ऐतिहासिक पल का गवाह बना। जहां भारत-नेपाल सहयोग मंच व वीरगंज महानगरपालिका के संयुक्त तत्वाधान में एक ही परिसर में एक साथ भारत के प्रख्यात सेल्फ डिफेंस ट्रेनर चीता यजनेश शेट्टी के द्वारा 12 हजार से अधिक छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी गयी।
इससे पहले इस कार्यक्रम का उद्घाटन नेपाल सरकार के खाने-पानी मंत्री प्रदीप यादव के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेपाल सरकार के मंत्री प्रदीप यादव ने वीरगंज महानगरपालिका के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि मेयर राजेशमान सिंह की सही सोच के कारण आज वीरगंज क्षेत्र के आसपास की बेटियों के मन में आत्मबल बढ़ रहा है।यह अपने आप में बड़ी बात है, इस तरह के कार्यक्रम को निरंतरता देने की जरूरत है ताकि बेटियों को अपनी सुरक्षा के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़े।
उन्होंने मास्टर ट्रेनर श्री शेट्टी की सराहना करते हुए कहा कि भारत के ख्याति प्राप्त ट्रेनर श्री शेट्टी के द्वारा नि:शुल्क वीरगंज नेपाल में ट्रेनिंग देने के फैसले से दोनो देश के रिश्तों में मिठास आयी है। वीरगंज महानगरपालिका के साथ-साथ नेपाल-भारत सहयोग मंच के समन्वय में आयोजित इस कार्यक्रम का रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को भेजा गया है। एक बार में इतनी संख्या में छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने का यह विश्व में अनोखा मामला हैं।वहीं मास्टर ट्रेनर श्री शेट्टी ने बताया कि आत्मरक्षा की कला भगवान की पूजा जैसी पवित्र है। इससे आपकों संकट के समय में मदद मिलेगी। मौके पर अशोक वैद्य, महावाणिज्यदूत देवी सहाय मीणा, प्रतिनिधि सभा के सदस्य प्रभु हजरा, प्रदेश सांसद वीणा शर्मा,वीरगंज के जिलाधिकारी गणेश अर्याल, एसपी कुमोद ढुंगेल सहित अन्य मौजूद थे।
वीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेशमान सिंह ने कहा कि आज की ट्रेनिंग के बाद वीरगंज के प्रत्येक स्कूल में सप्ताह के एक दिन इस तरह का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस कार्यक्रम में शामिल स्थानीय ट्रेनर भी इससे लाभान्वित हुए है। जिसको देखते हुए अब इसको स्थानीय ट्रेनरों के माध्यम से नियमित रूप में स्कूलों में कराने की तैयारी की गयी है। उन्होंने बताया कि 15 हजार 1 सौ छात्राओं के द्वारा ट्रेनिंग के लिए फॉर्म जमा कराया गया था, जिसमें 12 हजार 974 का विवरण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को भेजा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार