डायट से अंकतालिकाएं गायब होने पर हड़कम्प, सैकड़ों शिक्षकों की नौकरी पर संकट
- Admin Admin
- Dec 08, 2025
--डायट से विशिष्ट बीटीसी 1999, 2004, 2007 और 2008 बैच के अभिलेख बताए जा रहे गायब
झांसी, 08 दिसम्बर (हि.स.)। डायट से विशिष्ट बीटीसी 1999, 2004, 2007 और 2008 बैच के सैकड़ों शिक्षकों की मूल अंकतालिकाएं गायब बताई गई हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत जिले में सैकड़ों शिक्षक अब परेशान हैं।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट द्वारा टीईटी या सी-टेट अनिवार्य किए जाने के बाद शिक्षक आवेदन प्रक्रिया में जुटे शिक्षक, जिन्होंने डायट से विशिष्ट बीटीसी 1999, 2004, 2007 और 2008 के बैच से किया था, वे जब अपनी मूल अंकतालिकाएं लेने पहुंचे थे। इस पर उनको बताया गया कि उनकी मूल अंकतालिका गायब है। यह जानकारी मिलते ही शिक्षकों में हड़कम्प मच गया।
इस प्रकार मुसीबत में फंसे शिक्षक सी-टेट या टीईटी पास न करने पर 10 से 15 वर्ष पूर्व शिक्षक की नौकरी पर लगे लोगों को वहीं अब बाहर का रास्ता दिखाने का फरमान जारी हो गया है। 27 नवम्बर से सीटेट के ऑनलाइन जिनमें आवेदन शुरू हो चुके हैं। प्राप्तांक व पूर्णांक दर्ज करना अनिवार्य है। लेकिन जिन शिक्षकों को विशिष्ट बीटीसी उत्तीर्ण की थी। उसमें सिर्फ उत्तीर्ण का प्रमाणपत्र दिया गया था। अब उन्हें ऑनलाइन आवेदन में अंकों की जरूरत पड़ रही है। कई शिक्षक जब डायट पहुंचे, तब पता चला कि विशिष्ट बीटीसी की मूल मार्कशीट गायब है। अंकतालिकाओं के अभाव में शिक्षक सी-टेट के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं, जिससे नौकरी पर संकट गहराता जा रहा है। डायट में केवल विशिष्ट बीटीसी बैचों की ही अंकतालिकाएं गायब होना कई सवाल खड़े करता है।
अंकतालिकाएं नहीं मिलीं तो नौकरी चली जाएगी
डायट से जुड़े विशिष्ट बीटीसी 1999, 2004, 2007 और 2008 बैच के सैकड़ों शिक्षकों का भविष्य दांव पर है। यदि यह रिकॉर्ड समय पर जारी नहीं किया गया, तो हम सभी शिक्षकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
इस संबंध बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रसकेंद्र गौतम ने कहा कि पहले से ही शिक्षक टीईटी अनिवार्यता से तनाव में है। शिक्षक जब सीटेट करना चाहते हैं तो अंकपत्र ही गायब होने की जानकारी मिली है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी तुरंत संज्ञान लें और रिकॉर्ड उपलब्ध कराएं। बीटीसी 1999, 2004, 2007 व 2008 बैच के सैकड़ों शिक्षकों की अंकतालिकाएं गायब बताई जा रही हैं। यह तो सीधे सीधे शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ है। इसमें दोषी कर्मचारी के खिलाफ सख्त कारवाही होनी चाहिए़। दूसरे जिलों में शिक्षकों के विशिष्ट बीटीसी अंकों की लिस्ट जारी हो गई। हमारे यहां अंकतालिका ही नहीं है। इस तरह से शिक्षकों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा। अगर जल्द ही अंकपत्र जारी नहीं किया गया तो शिक्षक साथी आंदोलन को बाध्य होंगे।
इस संबंध में डायट के प्राचार्य राजू राणा ने बताया कि कोई अंकतालिका चोरी नहीं हुई है। कुछ अंकतालिका नहीं मिली है। मामला पुराना है। उन्होंने बताया कि पुराने स्टॉफ से वार्ता कर उन्हें बुलाया गया है। इसके बाद ही इस मामले में कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा। उन्होंने कहा अंकतालिका गायब होने की बात कह देना जल्दबाजी होगी। फिर भी यदि ऐसा कुछ होगा तो दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया



