प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को उनके 54वें जन्मदिन पर बधाई दी

जम्मू, 10 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम उमर को उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीएम उमर को उनके 54वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं।

सीएम उमर का जन्म 10 मार्च, 1970 को इंग्लैंड के रॉकफोर्ड एसेक्स में डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उनकी ब्रिटिश मां मोली अब्दुल्ला के घर हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मिशनरियों द्वारा संचालित श्रीनगर शहर के बर्न हॉल स्कूल में की। उमर ने मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध एक कॉलेज से व्यवसाय से संबंधित स्नातक की डिग्री प्राप्त की और स्कॉटलैंड के एक विश्वविद्यालय में व्यवसाय प्रशासन में कुछ स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम किया। 1998 में 28 वर्ष की आयु में वे नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए

एक वर्ष बाद वे फिर से चुने गए और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में मंत्री बने। 2001 में उन्हें एनडीए सरकार में विदेश मंत्री बनाया गया जो इस पोर्टफोलियो को संभालने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे। उनका कार्यकाल केवल 17 महीने तक चला क्योंकि उन्होंने दिसंबर 2002 में राज्य विधानसभा चुनावों के लिए एनसी की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया था। जून 2002 में उमर अपने पिता की जगह एनसी के अध्यक्ष बने थे और 2009 तक इस पद पर बने रहे। राज्य स्तर पर उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत खराब रही। 2002 के चुनावों में सत्तारूढ़ एनसी ने 1996 में हासिल की गई 57 विधानसभा सीटों में से आधे से अधिक खो दी।

उमर ने गंदरबल निर्वाचन क्षेत्र में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के उम्मीदवार काजी मोहम्मद अफजल से चुनाव लड़ा और हार गए और पीडीपी ने कांग्रेस और छोटे दलों के साथ गठबंधन करके गठबंधन सरकार बनाई। 2004 में उमर फिर से लोकसभा के लिए चुने गए। 2008 के राज्य विधानसभा चुनावों में उमर ने अपना निर्वाचन क्षेत्र जीता और 28 सीटों के साथ कांग्रेस के समर्थन से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 2009 में नई सरकार बनाई।

38 साल की उम्र में उमर जम्मू-कश्मीर के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और उनकी जगह उनके पिता ने ले ली।

2024 के लोकसभा चुनावों में उमर को बारामुल्ला लोकसभा क्षेत्र से जेल में बंद राजनेता इंजीनियर राशिद ने हराया। हार न मानते हुए उमर ने पिछले साल विधानसभा चुनावों में गंदरबल और बडगाम विधानसभा क्षेत्रों से दोहरी जीत के साथ वापसी की।

उन्होंने 16 अक्टूबर, 2024 को दूसरी बार जम्मू-कश्मीर के सीएम के रूप में शपथ ली लेकिन तब तक राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में विभाजित कर दिया गया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता

   

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