प्रधानमंत्री ने एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवकों, आदिवासी अतिथियों और झांकी कलाकारों से की बातचीत

- प्रधानमंत्री ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के संदेश पर प्रकाश डाला, प्रतिभागियों से अन्य राज्यों के लोगों से बातचीत करने का आग्रह किया

- प्रधानमंत्री ने युवाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए किया प्रेरित, कहा- कर्तव्यों का पालन करना विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की कुंजी

नई दिल्ली, 24 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर आगामी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने वाले एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवकों, आदिवासी अतिथियों और झांकी कलाकारों से बातचीत की। बातचीत के बाद भारत की समृद्ध संस्कृति और विविधता को प्रदर्शित करने वाले जीवंत सांस्कृतिक प्रदर्शन हुए।

अतीत से हटकर प्रधानमंत्री ने प्रतिभागियों से अभिनव तरीके से बातचीत की। उन्होंने प्रतिभागियों के साथ अनौपचारिक, खुलकर आमने-सामने बातचीत की।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एकता और विविधता के महत्व पर जोर दिया और सभी प्रतिभागियों से एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत करने के लिए विभिन्न राज्यों के लोगों से बातचीत करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे इस तरह की बातचीत समझ और एकता को बढ़ावा देती है, जो राष्ट्र की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जिम्मेदार नागरिक के रूप में कर्तव्यों का पालन करना विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की कुंजी है। उन्होंने सभी से सामूहिक प्रयासों के माध्यम से राष्ट्र को मजबूत करने के लिए एकजुट और प्रतिबद्ध रहने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं को माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अनुशासन, समय की पाबंदी और सुबह जल्दी उठने जैसी अच्छी आदतों को अपनाने के महत्व के बारे में भी बात की और डायरी लिखने के लिए प्रोत्साहित किया।

बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने सरकार की कुछ प्रमुख पहलों पर चर्चा की जो लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर रही हैं। उन्होंने 3 करोड़ “लखपति दीदी” बनाने के उद्देश्य से पहल के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। एक प्रतिभागी ने अपनी मां की कहानी साझा की, जिन्हें इस योजना से लाभ हुआ, जिससे उनके उत्पादों को निर्यात किया जा सका। प्रधानमंत्री ने इस बारे में भी बात की कि कैसे भारत की किफायती डेटा दरों ने कनेक्टिविटी को बदल दिया है और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दिया है, जिससे लोगों को जुड़े रहने और अवसरों को बढ़ाने में मदद मिली है।

स्वच्छता के महत्व पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर 140 करोड़ भारतीय स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लें, तो भारत हमेशा स्वच्छ रहेगा। उन्होंने एक पेड़ मां के नाम पहल के महत्व के बारे में भी बात की और सभी से अपनी माताओं को समर्पित पेड़ लगाने का आग्रह किया। उन्होंने फिट इंडिया मूवमेंट पर चर्चा की और सभी से योग करने और फिटनेस और सेहत पर ध्यान देने के लिए समय निकालने को कहा, जो एक मजबूत और स्वस्थ राष्ट्र के लिए आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने विदेशी प्रतिभागियों से भी बातचीत की। इन प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लेने पर खुशी व्यक्त की, भारत के आतिथ्य की प्रशंसा की और अपनी यात्राओं के सकारात्मक अनुभव साझा किए।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

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