पहलगाम आतंकी हमले के मृतकों को श्रद्धांजलि, कलकत्ता हाईकोर्ट में रखा गया दो मिनट का मौन

पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने की इस पहल की सराहना

कोलकाता, 24 अप्रैल (हि.स.) । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार दोपहर 12 बजे कलकत्ता हाईकोर्ट सहित राज्य की सभी अदालतों में दो मिनट का मौन रखा गया। यह निर्णय हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम के निर्देश पर लिया गया।

कलकत्ता हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा इस आशय की अधिसूचना जारी की गई थी, जिसमें न्यायपालिका के सभी स्तरों को इस मौन में भाग लेने का निर्देश दिया गया था। हाईकोर्ट की जलपाईगुड़ी और पोर्ट ब्लेयर स्थित सर्किट बेंचों में भी इसी के अनुरूप मौन रखा गया। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के सभी जिला व उप-मंडलीय न्यायालयों तथा न्यायिक अकादमी में भी मौन रखकर कर श्रद्धांजलि दी गई।

पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि मैं कलकत्ता हाईकोर्ट के इस महान निर्णय को सलाम करता हूं। पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले वीर नागरिकों को यह एक सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने मीडिया से कहा कि वे हमले में मारे गए बितन अधिकारी के तीन वर्षीय पुत्र हृदान की पूरी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं। बितन अधिकारी को मंगलवार को हुए हमले में अन्य 25 हिन्दू पुरुषों के साथ निशाना बनाकर मार डाला गया था।

दिवंगत बितन अधिकारी कोलकाता के दक्षिणी उपनगर पटुली के निवासी थे और अपने परिवार के साथ नौकरी के सिलसिले में अमेरिका के फ्लोरिडा में रहते थे। उनकी पत्नी सोहिनी अधिकारी भी वहीं कार्यरत हैं। यह परिवार आठ अप्रैल को कोलकाता लौटा था और 16 अप्रैल को छुट्टियों के लिए कश्मीर गया था। उन्हें अगले सप्ताह वापस लौटना था। आतंकियों ने बितन अधिकारी को उनकी पत्नी और छोटे बेटे के सामने गोली मार दी गई। उनकी पत्नी और बेटा बुधवार शाम को कोलकाता लौट आए। यह घटना न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे देश को झकझोर देने वाली है। न्यायपालिका की यह भावनात्मक पहल उन मासूमों को न्याय दिलाने की दिशा में एक सशक्त संदेश माना जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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