पंचायतों में लटका ताला, ग्रामीणों के कई कार्य अटका

धमतरी, 2 अप्रैल (हि.स.)। पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने से ग्राम पंचायतों व गांवों में ग्रामीणों के कई कार्य लटक गए हैं। ग्राम पंचायतों में ताला जड़ा हुआ है। ग्रामीणों को सचिवों के आने का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि पीएम आवास योजना 2.0 का सर्वे, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, पेंशन समेत कई कार्य लटकने से ग्रामीण परेशान है।

जिले में 370 ग्राम पंचायते हैं, जहां ग्राम पंचायत सचिव कार्यरत है। वर्तमान में सभी पंचायतों के सचिव अपनी शासकीयकरण समेत कई मांगों को लेकर हड़ताल पर लंबे समय से चले गए है, इससे ग्राम पंचायतों में ताला लटका हुआ है। पंचायतों व ग्रामीणों के कार्य लटके पड़े हैं। ग्रामीण डिगेन्द्र कुमार, कोमल साहू, गिरधर राम, विजय कुमार साहू ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने से गांवों में कई कार्य पेडिंग है। जन्म-मृत्यु जैसे महत्वपूर्ण प्रमाण पत्र नहीं मिलने से बीमा, अनुकंपा नियुक्ति, शिशुवती महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ समेत कई योजनाओं के कार्य अटके पड़े हुए है। ऐसे में जरूरतमंद ग्रामीणों को अब ग्राम पंचायतों के सचिवों के आंदोलन से आने का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि उनके आए बगैर यह कार्य नहीं हो पाएगा। जरूरतमंद ग्रामीण अपने कार्य कराने के लिए भटक रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि सचिवों के लंबित मांगों को शासन-प्रशासन शीघ्र पूरा करें, ताकि वे काम पर लौटें और ग्रामीणों को राहत मिले सके। ग्राम पंचायत सचिवों के लंबे समय से हड़ताल पर चले जाने से पंचायतों में कोई भी विकास और निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है। नवनिर्वाचित सरपंचों व पंचों को प्रस्ताव बनाने के लिए भी मुश्किल हो गया है, ऐसे में उन्हें भी अब सचिवों के आने का इंतजार है। वर्तमान में चल रहे पीएम आवास योजना 2.0 का सर्वे कई जरूरी दस्तावेजों व प्रमाण पत्र के चलते सचिवों के बगैर कार्य नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीणों को कई तरह की दिक्कतें हो रही है, ऐसे में अब ग्रामीणों को सचिवों के हड़ताल से लौटकर आने का बेसब्री से इंतजार है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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