नदी पार करते समय तूफान में फांसी नाव, बाल बाल बचे यात्री
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- Jun 03, 2025

गोसाबा, 03 जून (हि.स.)। दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा से एक नाव 60 यात्रियों को लेकर मंगलवार दोपहर गढ़खाली जा रही थी। बीच नदी में तूफान शुरू हो गया। हालांकि नाविक के प्रयास से यात्रियों को बचा लिया गया। उनमें से कई लोग नदी में कूद गए और तैरकर किनारे पर आ गए।
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार दोपहर अचानक दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों में घने काले बादल, हवा और भारी बारिश शुरू हो गई। उस समय बासंती के गढ़खाली से गोसाबा के लिए एक नौका चल रही थी। विद्याधरी नदी के बीच में नाव भारी तूफान और बारिश में फंस गई। नाविक ने किसी भी तरह से नदी किनारे पहुंचने की कोशिश की। लेकिन तेज तूफान के कारण यह संभव नहीं हो सका। उस समय कई यात्री नाव से नदी में कूद गए और तैरकर किनारे पर आ गए। उन्होंने बमुश्किल अपनी जान बचाई। उधर, नाविक के प्रयास से वह किसी तरह नाव को नाले में ले जाकर पेड़ से बांधने में सफल रहा। तूफान थमने पर वह नाव को घाट पर लाया और शेष यात्रियों को उतार दिया। घटना से यात्री सहम गए।
मामोनी साहा और विशाल मंडल ने कहा कि आज तो ऐसा लगा जैसे मौत सामने से आ गई। अचानक नदी के बीच में तूफान शुरू हो गया। नाविक नाव को किनारे तक नहीं ले जा सका। इस बीच नदी में तेज लहरें आ गईं और नाव में पानी भर गया। इसलिए मुझे नदी में कूदना पड़ा और तैरकर किनारे तक पहुंचना पड़ा।
नाविक गणेश अधिकारी ने कहा कि जब मैं गोसाबा से नाव लेकर निकला था तो आसमान साफ था। अचानक आसमान खराब हो गया। नदी में तेज लहरें आ गईं। साथ ही तेज बारिश भी हो रही थी। मैं नाव को किनारे तक नहीं ले जा सका। मैं किसी तरह नाले में घुस गया और उसे पेड़ से बांध दिया। कई लोग पानी में कूद गए और तैरकर किनारे तक पहुंचे।
इस भयावह स्थिति में खतरा हो सकता था। इस घटना के बाद से पुलिस सक्रिय हो गई है। इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि नदी पार करने के लिए नाव में अधिक यात्री न हों। इसके अलावा, इस बात पर भी ध्यान दिया जा रहा है कि आपदा के समय नदी पार करने के लिए रास्ता बंद कर दिया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय