पवन शर्मा ने पड़ोसी देशों के उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिए मोदी सरकार की ऐतिहासिक राहत की सराहना की

पवन शर्मा ने पड़ोसी देशों के उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिए मोदी सरकार की ऐतिहासिक राहत की सराहना की


जम्मू, 4 सितंबर । माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के राज्य सचिव पवन शर्मा ने भारत सरकार के उस ऐतिहासिक फैसले का हार्दिक स्वागत किया है जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत आए अल्पसंख्यक समुदायों - हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई - को 31 दिसंबर 2024 तक पासपोर्ट और वीज़ा की आवश्यकता से छूट दी गई है।

शर्मा ने कहा कि यह मानवीय कदम पड़ोसी देशों में लंबे समय से धार्मिक उत्पीड़न झेल रहे लोगों की रक्षा, पुनर्वास और एकीकरण के मोदी सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। दशकों से, पाकिस्तान और अन्य जगहों पर हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों को सम्मान, सुरक्षा और समान अधिकारों से वंचित रखा गया है और उन्हें लगातार भय के साये में दोयम दर्जे के नागरिक की तरह जीने के लिए मजबूर किया गया है। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय भारत में शरण लेने वाले ऐसे हज़ारों परिवारों के लिए आशा की किरण और न्याय की भावना लेकर आया है।

शर्मा ने कहा मोदी सरकार का यह निर्णय उस लंबे समय से चले आ रहे वादे को पूरा करने और भारत के सभ्यतागत कर्तव्य की निरंतरता है। यह हमारी विरासत और मूल्यों को साझा करने वालों के प्रति भारत की करुणा और नैतिक ज़िम्मेदारी को दर्शाता है।

उन्होंने आगे ज़ोर देकर कहा कि जम्मू और कश्मीर जिसने स्वयं इतिहास में विस्थापन और उत्पीड़न का दंश झेला है, ऐसे परिवारों के दर्द को गहराई से समझता है। उन्होंने आगे कहा जम्मू-कश्मीर का एक बेटा होने के नाते, मैं हर उस पीड़ित भाई-बहन के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूँ जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत में एक नया सवेरा मिल रहा है। यह निर्णय एक बार फिर साबित करता है कि भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के पथ पर अडिग है।

   

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