धमतरी :पीएम आवास लाभार्थियों का भुगतान अटका, फाइलें अटकी, डीज़ल घोटाले की नहीं हो रही जांच- विपक्ष

धमतरी, 28 नवंबर (हि.स.)। नगर निगम धमतरी की अव्यवस्थाओं के निराकरण की मांग को लेकर शुक्रवार को नगर निगम के विपक्षी दल के पार्षदों ने धमतरी कलेक्टर अबिनाश मिश्रा से मिलकर नगर निगम में आयुक्त के हस्ताक्षर न होने से प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की किस्तें अटकने, पार्षद निधि की फाइलों को आगे बढ़ाने, डीज़ल घोटाले जांच में तेजी लाने सहित अन्य अव्यवस्थाओं के निराकरण की मांग की।

विपक्षी दल के पार्षदों ने कहा कि नगर निगम गंभीर दौर से गुजर रहा है। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि शहर की बुनियादी सेवाएं प्रभावित होने लगी हैं। निगम आयुक्त लगातार छह दिनों से गैर-हाजिरी हैं। आयुक्त के हस्ताक्षर न होने से प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की किस्तें अटकी पड़ी हैं, कई फाइलें जमा हो चुकी हैं और भुगतान पूरी तरह ठप हो गया है। पार्षद निधि से जुड़े कार्यों की फाइलें भी तीन-तीन महीनों से पेंडिंग हैं।

कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर के नेतृत्व में पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि निगम का सिस्टम खुद पूरी तरह फेल हो चुका है। नगर निगम जैसी महत्वपूर्ण संस्था में कार्य जल्द से जल्द होना चाहिए। शिकायत में निगम के सरकारी वाहन का मामला भी प्रमुखता से उठाया गया। बताया गया कि यह वाहन महीनों से गैरेज में खड़ा है, लेकिन इसके बावजूद डीज़ल की खपत हज़ारों लीटर दर्ज की जा रही है। इसे स्पष्ट डीज़ल घोटाला बताते हुए तत्काल जांच की मांग की गई है। इसके अलावा निगम के ही एक कर्मचारी पर प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाभार्थी से 25 हजार रुपये वसूलने का आरोप लगाया गया है। प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि शिकायत के बाद भी निगम प्रशासन द्वारा कार्रवाई न करना भ्रष्टाचार को संरक्षण देने जैसा है।

नेता प्रतिपक्ष सोनकर ने कलेक्टर से अनुरोध किया कि आयुक्त की उपस्थिति तत्काल सुनिश्चित की जाए प्रधानमंत्री आवास योजना सहित सभी लंबित भुगतानों को जारी किया जाए तथा डीज़ल घोटाले और रिश्वतखोरी के आरोपों की निष्पक्ष जांच शुरू की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वे व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि नगर निगम की यह स्थिति जनता के भरोसे को चोट पहुँचा रही है और शहर के विकास को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। पार्षदों का आरोप है कि सिस्टम इतनी बुरी तरह जाम है कि फाइलें महीनों से नहीं बढ़ रही हैं। शिकायत करने वालों में उपनेता प्रतिपक्ष विशु देवांगन, पार्षद सूरज गहरवाल, सुमन सोमेश मेश्राम, उमा भागी ध्रुव, रामेश्वरी कोसरे शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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