थर्ड बटालियन पंडोह के मैदान के किराए को लेकर लोगों ने जताया विरोध
- Admin Admin
- Jan 14, 2025
मंडी, 14 जनवरी (हि.स.)। थर्ड बटालियन पंडोह के मैदान के किराए को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। पंडोह और इसके आस पास के क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों ने दैनिक किराए को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है और बटालियन प्रबंधन से इसे वापिस लेने की मांग उठाई है।
बता दें कि थर्ड बटालियन पंडोह के मैदान में अभी हालही में लाखों रूपए खर्च करके क्रिकेट की नई पिचें बनाई गई हैं। इन पिचों का निर्माण अंतराष्ट्रीय मानको को देखते हुई आधुनिक तरीके से किया गया है और यह खेलने के लिए काफी ज्यादा बेहतर हैं। पहले इस मैदान में खेलने का दैनिक किराया 1000 रूपये था अब नई पिचों के निर्माण के बाद बटालियन प्रबंधन ने अब इसके इस्तेमाल के लिए दैनिक किराया निर्धारित कर दिया है जोकि 6 हजार रूपए दैनिक है। यदि कोई यहां दिन भर में क्रिकेट खेलना चाहता है तो उसे 6 हजार रूपए एक दिन के अदा करने होंगे। इसी बात को लेकर पंडोह और आस पास के लोगों ने विरोध जताया है।
ग्राम पंचायत पंडोह की प्रधान गीता देवी, स्योग की प्रधान वीना महंत, जागर के प्रधान भूषण कुमार, हटौण की प्रधान रोशनी देवी, तांदी की प्रधान अमरा ठाकुर, स्योग के उप प्रधान फतेह राम और जागर सियोग पंचायत के बीडीसी सदस्य खेम सिंह ने सामूहिक तौर पर दैनिक किराए का विरोध किया और कहा कि यह युवाओं के साथ सरासर धोखा है। यदि युवाओं को नशे जैसी सामाजिक कुरीति से दूर रखना है तो फिर उन्हें खेलों के साथ जोड़ने के लिए प्रभावी पग उठाए जाने चाहिए न कि आर्थिक बोझ के साथ ऐसे निर्णय लिए जाएं। जो गरीब परिवार से संबंध रखते हैं वे किस तरह से छह हजार रूपए दैनिक देकर अपने बच्चों को खेल मैदान में भेज पाएंगे। थर्ड बटालियन पंडोह प्रबंधन का यह एक गलत निर्णय है जिसपर पुर्नविचार होना चाहिए और इस निर्णय को तुरंत प्रभाव से वापिस लिया जाना चाहिए। यदि बटालियन प्रबंधन इस निर्णय को वापिस लेकर इसे निशुल्क नहीं करती है तो फिर जल्द ही सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करके इस विषय को उठाया जाएगा।
इधर, थर्ड बटालियन पंडोह के कमांडेंट पदम चंद का कहना है कि सिर्फ क्रिकेट पिच पर खेलने का ही किराया लिया जा रहा है। क्योंकि ये पिचें अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर बनाई गई हैं और इनमें दो पिचें काली मिट्टी की और दो पिचें लाल मिट्टी की बनाई गई हैं। इनके निर्माण पर काफी ज्यादा धनराशि खर्च हुई है और इनका रखरखाव करना भी काफी खर्चिला है। इसलिए पुलिस हेडक्वार्टर से आई अप्रूवल के आधार पर ही इसका किराया तय किया गया है। इसके अलावा जो भी कोई क्रिकेट पिच से बाहर मैदान में खेलता है तो 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए निशुल्क है और 12 वर्ष से अधिक आयु वाले स्टूडेंट्स के लिए 150 और नॉन स्टूडेंट्स के लिए 250 रूपए प्रतिदिन का शुल्क निर्धारित किया गया है और यह काफी समय से तय है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा