पटवारियों द्वारा आनलाईन कार्य बंद हाेने से लोगों को हो रही असुविधा

धमतरी, 27 दिसंबर (हि.स.)। धमतरी जिले के पटवारी इन दिनों अनिश्चितकालीन हड़ताल में हैं। इसके चलते बंदोबस्त, नक्शा सुधार, बटांकन, फौती नामांतरण, सीमांकन, सहित राजस्व कई कार्यों पर रोक लग गया है। लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पटवारियों ने मांगों के निराकरण की मांग की है।

प्रदेश राजस्व पटवारी संघ के आह्वान पर 16 दिसंबर से आनलाइन काम अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। इससे राजस्व के 1700 से अधिक प्रकरणों का निराकरण नहीं हो रहा है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आनलाइन पर ब्रेक लगते ही लोग तहसील कार्यालय का चक्कर काट रहे है, लेकिन पटवारियों के डिजिटल हस्ताक्षर के बिना राजस्व के कार्य नहीं हो रहे हैं। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। मालूम हो कि धमतरी जिले में कुल 180 पटवारी कार्यरत है। बंदोबस्त, नक्शा सुधार, बटांकन, फौती नामांतरण, सीमांकन, सहित राजस्व के अन्य कार्य इन्हीं के माध्यम से होता है। वर्तमान में सभी कार्य आनलाइन कर दिए गए हैं। जबकि पटवारियों ने आनलाइन कार्यों का बायकाट कर दिया है। इससे नई रजिस्ट्री सहित इश्तहार प्रकाशन पर भी पूरी तरह से ब्रेक लग गया है। यदि जल्द ही पटवारी काम पर नहीं लौटे तो जिले राजस्व कार्यलयों में राजस्व प्रकरणों की संख्या बढ़ जाएगी।

सोरिद वार्ड के परदेशी राम का कहना है कि पटवारियों की हड़ताल के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है। उनका नामांतरण का कार्य नहीं हो पा रहा है। नवागांव के राजेश साहू का कहना है कि आनलाइन नक्शा का कार्य रुका हुआ है। गाड़ाडीह कुरुद के बनवारी लाल ने बताया कि आनलाइन कार्य नहीं होने से बटांकन का कार्य बाधित है।

उल्लेखनीय है कि पटवारी संघ की मागों की अनदेखी को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के तहत 19 दिसंबर को पटवारियों ने काला ड्रेस कोड पहनाकर मांगों के संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। 10 दिसंबर से सभी पटवारियों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी लगाकर काम किया। मांगों को पूरा करने के लिए 15 दिसंबर का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन मांग पूरी नहीं हुई, इसलिए 16 दिसंबर से पटवारियों ने आनलाइन काम अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है।

चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा: पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष जीवराखन कश्यप ने बताया कि प्रांतीय संघ की मांग पर शासन ने आनलाइन कार्यों पटवारियों के लिए जिले के पटवारियों को संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन मिला था, लेकिन संसाधन अब तक उपलब्ध नहीं हो पाया है। इससे काम करने में परेशानी हो रही है। अनदेखी को लेकर चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।

पटवारियों की मांग है कि आनलाइन कार्यों के लिए कंप्यूटर, स्कैनर सहित अन्य सामग्रियां दी जाए, आनलाइन नक्शा, बटांकन में आ रही समस्या का निराकरण किया जाए। जिलास्तर पर सहायक प्रोग्रामरों की पदस्थापना, पटवारियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर रोक, डिजिटल सिग्नेचर के लिए होने वाले व्यय का भत्ता व नक्शा बटांकन में आ रही समस्या दूर हो।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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