विश्व कल्याण को लेकर ग्राम देमार में लोगों ने दी आहुति

श्रध्दालुओं को संबोधित करते हुए यज्ञकर्ता चेलादास वैष्णव।

धमतरी, 30 दिसंबर (हि.स.)। ग्राम देमार में नौ दिवसीय गायत्री महायज्ञ व नौ दिवसीय प्रज्ञा शिवमहापुराण कथा का आयोजन 24 दिसंबर से एक जनवरी तक किया गया है। इसके तहत प्रतिदिन विविध धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। 30 दिसबंर को शिव महापुराण कथा के पूर्व महायज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में श्र्द्धालुओं ने आहूति डाली।

यज्ञाचार्य चेलादास वैष्णव ने कहा कि भगवान शिव दयालु हैं। वे अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। सच्चे मन से की गई प्रभु की आराधना व्यर्थ नहीं जाती। भगवान शिव को बेलपत्र और जल अर्पित करना ही काफी है। वे भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। श्रद्धा पूर्वक कथा श्रवण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान शिव सभी जीवों को तारने वाले है। वे केवल अपने भक्तों के भाव के भूखे हैं। यही वजह है कि श्रद्धा भाव से अर्पण किए गए एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान की भक्ति के लिए हमें समय अवश्य निकालना चाहिए। भगवान शिव ने विश्व कल्याण के लिए समुद्र मंथन के बाद विषपान किया था। शिव महापुराण कथा में हर समस्याओं का समाधान है। इसलिए भक्तों को इसका श्रवण अवश्य करना चाहिए। कथावाचक ने शिव महिमा प्रसंग पर भक्तों को विस्तारपूर्वक कथा रसपान कराया। शिव महापुराण कथा श्रवण करने ग्रामीणाें की भीड़ जुट रही है। कथा का समय दोपहर एक से शाम पांच बजे तक आयोजित है। इसके पूर्व गांव में प्रथम दिवस कलश यात्रा निकली थी।

हर दिन हो रहे यज्ञोपवीत कार्यक्रम: प्रज्ञा पुत्र दिनेश कुमार साहू ने बताया कि विश्व कल्याण और पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम स्थल पर यज्ञ के अलावा अन्य यज्ञोपवीत कार्यक्रम हो रहे हैं। नौ दिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं शिवमहापुराण कथा का एक जनवरी को समापन होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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