मुरादाबाद में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया हरियाली तीज का त्योहार

मुरादाबाद,07 अगस्त (हि.स.)। हरियाली तीज का त्योहार जनपद में बुधवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बाजार में भी खरीदारों और मेहंदी लगवाने वालों की भीड़ रही।

सावन माह के शुक्ल पक्ष‌ की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज मनाई गई। महिलाएं सुबह से ही पूजन की तैयारी में जुट रही। स्नान के बाद सोलह शृंगार किया। मिट्टी के शिव-पार्वती बनाए। पूजन कर उन्हें घेबर फैनी और अंदरसे का भोग लगाया। यह सिलसिला सुबह से शुरू होकर दोपहर तक चलता रहा। सायं महिलाएं सजधज कर तीजोत्सवों में धमाल मचाने चली गईं। तीज पर्व को लेकर विभिन्न क्लब, सोसायटी, सामाजिक धार्मिक संस्थाओं के द्वारा तीजोत्सव के कार्यक्रम सम्पन्न हुए। कार्यक्रमों में महिलाओं ने सांस्कृतिक मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।

श्री हरि ज्योतिष संस्थान लाइनपार के संचालक ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने माता पार्वती से विवाह किया था। इससे पूर्व पार्वती ने बारह वर्ष की आयु में ही शिव को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की थी। मगर नारद के कहने पर उनके पिता उनका विवाह भगवान विष्णु से कराना चाहते थे। इससे खफा होकर पार्वती ने अपनी सखी को बताया। सखी उन्हें नदी किनारे एक गुफा में ले गयी और पर्वती वहां तप करने बैठ गई। उन्होंने सावन माह शुक्ल पक्ष की तृतीया को रेत के शिवलिंग बनाया। व्रत रखकर उनका पूजन किया। उनके इस कठोर तप से शिव का आसन डोल गया और उनकी समाधि टूट गई। शिव ने पार्वती के पास जाकर वर मांगने को कहा। पार्वती की इच्छानुसार शिव को उन्हें अपनी अर्धांगिनी के रूप में स्वीकार करना पड़ा। पार्वती के पिता ने भी उनका विवाह शिव से कर दिया। इसलिए लिए इस दिन को हरतालिका यानि ‘हरत’-हरण और ‘आलिका’- सखी अर्थात हरतालिका भी कहते हैं। पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर शंकर जी ने पार्वती से कहा जो स्त्री भी इस व्रत को श्रद्धा से करेगी उसे भी तुम्हारे समान अचल सुहाग प्राप्त होगा।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल / दीपक वरुण / मोहित वर्मा

   

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