धमतरी : ठेका प्रथा बंद करने की मांग, प्लेसमेंट कर्मचारी बैठे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

धमतरी, 19 नवंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी संघ जिला धमतरी के प्लेसमेंट कर्मचारी ठेका प्रथा बंद करने की मांग को लेकर 19 नवंबर से जिला स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए है।

प्लेसमेंट कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अविनाश मारोठे, प्रवक्ता रघुवीर ठाकुर और हेमराज गजेंद्र ने बताया कि, प्रांतीय आह्वान पर पूरे प्रदेश के प्लेसमेंट कर्मचारी ठेका प्रथा बंद करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।

नगर निगम धमतरी, नगर पंचायत आमदी, कुरूद, मगरलोड, भखारा और नगरी में 400 से अधिक प्लेसमेंट कर्मचारी नगरीय निकाय में काम कर रहे हैं। हड़ताली कर्मचारियों का आरोप है कि, नगरीय निकाय के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा धमकी दिया जाता है कि आप ठेकेदार के कर्मचारी हो गलती करोगे तो कभी भी काम से निकाल देंगे। अभी ठेकेदार के माध्यम से कलेक्टर दर पर वेतन भुगतान होता है। यहां बीच में कमीशनखोरी हो रहा है। नगरीय निकाय सीधे ठेकेदार के खातों में भुगतान करती है। ठेकेदार प्लेसमेंट कर्मचारियों को भुगतान करते हैं। संघ की मांग है कि नगरीय निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों को शासन के अन्य विभाग के तर्ज पर सीधे वेतन का भुगतान कर ठेका प्रथा समाप्त किया जाए।

साथ ही सभी प्लेसमेंट कर्मचारियों को 62 वर्ष की जाब सिक्योरिटी दी जाए। हड़ताल में उमेश साहू, मुकेश पवार, चंद्रप्रकाश साहू, फिरोज खान, सुंदर नेताम, जय नारायण साहू, निरंजन साहू, गिरधारी लाल सहित जिले के निकायों के अन्य प्लेसमेंट कर्मचारी शामिल थे।

जिले के नगरीय निकायों में कुल 429 प्लेसमेंट कर्मचारी : जिले के नगर निगम धमतरी में 254, नगर पंचायत कुरूद में 60,भखारा में 34, नगरी में 33, मगरलोड में 30, और आमदी में 18 सहित कुल 429 प्लेसमेंट कर्मचारी है। प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से निकाय क्षेत्र के कार्य होंगे प्रभावित होंगे। नगरीय निकाय क्षेत्र के प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से सफाई कार्य, जल कार्य, विद्युत कार्य, कार्यालयीन कार्य सहित अन्य कार्य प्रभावित होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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