सीकर, 28 अक्टूबर (हि.स.)। खंडेला थाना पुलिस द्वारा 13 साल के नाबालिग को चोरी के आरोप में हिरासत में रखने व उसके साथ मारपीट करने के मामले में परिजनों ने सीकर एसपी ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने दलित नाबालिग को पेशाब भी पिलाया।
ग्रामीण बलबीर भारतीय ने बताया कि 21 अक्टूबर की रात को खंडेला पुलिस द्वारा 13 साल के नाबालिग लड़के को जबरन उठाकर चोरी करने के आरोप में हवालात में बंद कर दिया गया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने नाबालिग के साथ मारपीट की और उसे पेशाब पिलाया। परिजन जब नाबालिग को थाने से लेने गए तो पुलिसकर्मियों ने परिजनों से कहा कि 50 हजार रुपए लेकर थाने आ जाओ। पुलिसकर्मी नाबालिग के साथ हवालात में मारपीट कर रहे थे। नाबालिग का दादा जब थाने में उसे लेने गया तो उसके साथ भी मारपीट की गई। परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर कुकर्म के आरोप भी लगाए हैं। परिजनों ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी ऑफिस के बाहर जमकर नारेबाजी की और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की।
इस मामले में सीकर पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव का कहना है कि किशोर के साथ मारपीट के मामले में आज एक डेलिगेशन मिलने के लिए आया था। मैंने किशोर से बात की थी। मामले की जांच रींगस सीओ को दी गई है। सीओ को सात दिन का समय दिया गया है की वे मामले की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट पेश करें। अगर इस मामले में कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी नहीं पाया गया तो परिजनों को इसके बारे में बताया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित