प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और उनकी गिरफ्तारी निंदनीय : माले

भागलपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर मंगलवार को भागलपुर समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन कर रहे मजदूरों – किसानों पर भागलपुर एसडीओ और उसके साथ आए पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए लाठी चार्ज और प्रदर्शनकारी नेताओं की गिरफ्तारी की भाकपा–माले ने तीखी निंदा की है।

भाकपा–माले के नगर प्रभारी और ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने भागलपुर एसडीओ की इस कायराना बर्बर कार्यवाही का तीखा विरोध करते हुए कहा कि नीतीश – भाजपा शासन में नौकरशाहों का मनोबल चरम पर है। संविधान दिवस पर नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला गया। ये संविधान पर हमला है। भाजपा के इशारे पर नौकरशार लगातार नागरिक अधिकारों पर हमला कर रहें है। भाकपा–माले मजदूरों–किसानों के अधिकारों की लड़ाई जारी रखेगी।

उन्होंने कहा कि निहत्थे और शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे गरीब मजदूरों – किसानों को जानवर की तरह लाठी से पीटना कोई बहादुरी नहीं है। भागलपुर एसडीओ ने अपने भाजपा आकाओं को खुश करने लिए जो ये साजिशपूर्ण कायराना हरकत की है, इसके लिए उसे शर्म आनी चाहिए। लाठीचार्च में कई मजदूर–किसान और संगठनों के नेतृत्वकारी चोटिल हुए हैं। नीतीश सरकार भी केंद्र की मोदी सरकार की तरह तानाशाही के राह पर है।

भाकपा–माले मांग करती है कि संविधान दिवस पर अपने जायज मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे मजदूरों – किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज करवाने वाले भागलपुर एसडीओ और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय तथा गिरफ्तार सभी प्रदर्शनकारियों को अविलम्ब छोड़ा जाय। भाकपा–माले इस बर्बरता के खिलाफ आंदोलन तेज करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर

   

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