सूरत के 2 लाख से अधिक लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का मिलेगा लाभ

-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 7 मार्च को सूरत का दौरा करेंगे

सूरत, 5 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 7 मार्च को गुजरात में सूरत जिले का दौरा करेंगे। अपनी इस यात्रा के दौरान वे ‘सूरत जिला अन्न सुरक्षा संतृप्तिकरण अभियान’ के तहत सूरत के लगभग 2 लाख योग्यता प्राप्त लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना अंतर्गत लाभों का वितरण करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के दौरान गरीब परिवारों को निःशुल्क गुणवत्तायुक्त अनाज प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अन्न सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) कार्ड धारक लाभार्थियों के लिए ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ (पीएमजीकेएवाय) शुरू की गई थी। गुजरात में आज 76 लाख से अधिक एनएफएसए कार्ड जारी किए गए हैं, जो राज्य के लगभग 3.72 करोड़ से अधिक लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत समाविष्ट करते हैं।

गुजरात सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत गंगास्वरूपा आर्थिक सहायता योजना का लाभ प्राप्त करने वाली महिलाओं, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अंतर्गत वृद्ध पेंशन योजना प्राप्त करने वाले लाभार्थियों तथा दिव्यांग सहायता योजना का लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को उनकी आय सीमा को ध्यान में न लेते हुए एनएफएसए अंतर्गत ‘प्राथमिकता वाले परिवार’ के रूप में शामिल करने का निर्देश दिया गया था, जिससे ये लाभार्थी भी राहत दर पर अनाज पाने का लाभ तथा पीएमजीकेएवाय अंतर्गत निःशुल्क अनाज का लाभ ले सकें।

सूरत जिला अन्न सुरक्षा संतृप्तिकरण अभियान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योजना संतृप्तिकरण दृष्टिकोण तथा मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की अंत्योदय कल्याण की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए सूरत में ‘सूरत जिला अन्न सुरक्षा संतृप्तिकरण अभियान’ शुरू किया गया, जिसके अंतर्गत योग्यता प्राप्त गरीब परिवारों के लाभार्थियों की पहचान के प्रयास शुरू किए गए। इनमें विशेष रूप से गंगास्वरूपा (विधवा) बहनों, वृद्ध व्यक्तियों, दिव्यांगों तथा हासिये पर रहे दैनिक वेतन पाने वाले लोगों को प्राथमिकता दी गई।

समाज सुरक्षा अंतर्गत संबंधित योजनागत लाभ पाने वाले लाभार्थियों की जाँच करने पर पाया गया कि सूरत जिले में लगभग 1,50,000 लाभार्थी गंगास्वरूपा योजना, वृद्ध पेंशन योजना तथा दिव्यांग सहायता योजना के लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा तहसील एवं जोन स्तर पर टीमें बनाकर इस संबंध में जाँच की गई कि इनमें से कितने लाभार्थी एनएफएसए अंतर्गत समाविष्ट हैं या उन्हें किस प्रकार पीएमजीकेएवाय का लाभ दिया जा सकता है। तहसील व जोन स्तर की टीमों ने मिशन मोड में काम करते हुए बहुत ही कम समय में एनएफएसए कार्ड धारक तथा अधारक; सभी परिवारों की पहचान की। प्रवर्तमान लाभार्थियों की पहचान करने के बाद बाकी रह गए लाभार्थियों का सर्वेक्षण शुरू किया गया और पिछले 1 वर्ष में प्रशासन द्वारा इन बाकी के हासिये पर रहे लोगों की पहचान की गई, जिससे उन्हें एनएफएसए अंतर्गत शामिल किया जा सके।

इस प्रकार; पूरी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ‘सूरत जिला अन्न सुरक्षा संतृप्तिकरण अभियान’ अंतर्गत लगभग 2,00,000 लाभार्थियों की पहचान की गई है। इन सभी लाभार्थियों को एनएफएसए अंतर्गत प्रधानमंत्री द्वारा 7 मार्च को एक ही समय पर एक साथ लाभों का वितरण किया जाएगा।

गुजरात सरकार द्वारा दिए जाने वाले अन्न सुरक्षा लाभ

भारत सरकार खाद्य सुरक्षा अंतर्गत प्रत्येक एनएफएसए कार्ड धारक लाभार्थी को प्रतिमाह प्रतिव्यक्ति 5 किलो ग्राम अनाज (गेहूँ व चावल) देती है। खाद्य सुरक्षा के साथ पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुजरात सरकार भी राहत पर अन्य खाद्य वस्तुओं का वितरण करती है, उसमें 50 रुपए प्रति किलो के दाम से 1 किलो ग्राम अरहर (तूअर) दाल, 30 रुपए प्रति किलो के दाम से 1 किलो ग्राम चना, 15 रुपए प्रति किलो (एएवाय) के दाम से 1 किलो ग्राम (प्रति कार्ड) चीनी, 22 रुपए प्रति किलो (बीपीएल) के दाम से 350 ग्राम (प्रति सदस्य) चीनी, 1 रुपए प्रति किलो के दाम से 1 किलो ग्राम डबल फोर्टीफाइड नमक शामिल है। इसके अतिरिक्त; हर वर्ष जन्माष्टमी एवं दीपावली त्योहारों के दौरान सभी एनएफएसए कार्ड धारक लाभार्थियों को प्रति कार्ड 1 किलो ग्राम अतिरिक्त चीनी तथा 100 रुपए प्रति लीटर की राहत दर पर 1 लीटर डबल फिल्टर्ड मूंगफली तेल का भी वितरण किया जाता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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