प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत महिलाओं की हुई निःशुल्क जांच हेतु विशेष शिविर का आयोजन

किशनगंज,21अगस्त(हि.स.)। जिले में मातृत्व स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने व जच्चा-बच्चा की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। ताकि मातृ-शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लायी जा सके।जिले में सभी को जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार विशेष अभियान चलाकर प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना को और भी सरल और सुविधाजनक बना रहा है।

सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल एवं अनुमंडलीय व जिला अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व (एएनसी) जांच की गई। यह जांच स्वास्थ्य संस्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर की गई। गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने के 9 एवं 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाता है, जिसके तहत महिलाओं का वजन, बीपी, एचआईवी, ब्लड शुगर भी जांच किया गया है।

जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की मुफ्त प्रसव पूर्व जांच की गई। सदर अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सा पदाधिकारी डा. शबनम यास्मीन ने बताया कि वर्तमान समय मे जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए व अनचाहे गर्भ ठहरने से रोक के लिए, साथ ही साथ बच्चा पैदा करने के साथ ही तुरंत पुनः प्रेग्नेंसी की समस्याओं से बचाव के लिए गर्भवती, व धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की विभिन्न संसाधनों यथा, कन्डोम, माला डी, अंतरा, कॉपर टी, एवं नसबंदी, जैसे परिवार नियोजन के स्थायी व अ स्थायी साधनों की जानकारी दी गईं।

इस दौरान महिला चिकित्सकों व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा परिवार नियोजन के तरीकों से महिलाओं को अवगत कराया गया। गैर संचारी रोग पदाधिकारी ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरिक्षण के दौरान बताया की प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। दरअसल, समय पर जांच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही पता चल जाता है और पता लगने पर ही उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इससे प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की अनावश्यक शारीरिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व 04 जांच कराना जरूरी है। महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के लिए की गई यह व्यवस्था शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की बेहतर व्यवस्था है।

हिन्दुस्थान समाचार / धर्मेन्द्र सिंह / चंदा कुमारी

   

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