प्रधानमंत्री ने धार्मिक पर्यटन के महत्व को समझते हुए लागू की 'प्रसाद योजना' : केंद्रीय मंत्री शेखावत

जोधपुर, 6 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक पर्यटन के महत्व को समझते हुए 'प्रसाद योजना' को लागू किया, जिसके तहत राजस्थान सरकार को तनोट माता मंदिर, ब्रिज सर्किट और करणी माता मंदिर के विकास से संबंधित प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है और धनराशि भी उपलब्ध करा दी है।

गुरुवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि करणी माता का मंदिर प्रदेशवासियों के लिए आस्था का विषय है। वहां समग्र रूप से आने वाले दर्शनार्थियों के अनुभव में सुधार किया जा सके, इस दृष्टिकोण से राजस्थान सरकार ने जो प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया था, उस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है। शेखावत ने कहा कि यह योजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक अहम कदम है। आने वाले समय में राजस्थान सरकार को और भी प्रोजेक्ट प्रस्तावित करने के लिए आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई प्रस्ताव आएगा तो उस पर विचार किया जाएगा।

केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने बताया कि बीकानेर के प्रसिद्ध श्री करणी माता मंदिर में ‘प्रसाद’ योजना के तहत 22.57 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य कराए जाएंगे। यह कार्य तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्द्धन अभियान (प्रसाद) योजना पर्यटन मंत्रालय कराएगा।

कुछ लोग केवल भ्रम के कारण ऐसे बयान देते हैं।

स्टालिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा कोई उपाय नहीं है, जो भ्रम या अफवाहों को दूर कर सके। उन्होंने एक कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि हकीम के पास भी वहम की दवा नहीं थी, जो यह यह दर्शाता है कि कुछ लोग केवल भ्रम के कारण ऐसे बयान देते हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे की शादी को लेकर पूछे सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि

कोई भी व्यक्ति बाहर से आकर यहां शादी करता है या राजस्थान में कहीं पर भी करता है तो निश्चित रूप से उस विवाह समारोह में आने वाले लोगों के चलते हुए हमारे प्रदेश की अर्थव्यवस्था और शहर की अर्थव्यवस्था बढ़ती है और बहुत बड़ा लाभ भी होता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव

   

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