प्रो. गिरीश चन्द्र जोशी को 'राजभाषा गौरव पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया जाएगा

नैनीताल, 17 अगस्त (हि.स.)। भौतिक विज्ञान के प्रतिष्ठित विद्वान प्रो. गिरीश चन्द्र जोशी काे वर्ष 2023 के लिए ‘राजभाषा गौरव पुरस्कार योजना’ के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार विज्ञान, ब्रह्मांड, इतिहास, और आधुनिक अवधारणाओं पर हिन्दी में मौलिक पुस्तक लेखन के लिए प्रदान किया जा रहा है। यह सम्मान भारत सरकार के गृह एवं राजभाषा मंत्रालय द्वारा घोषित किया गया है।

भारत सरकार के गृह एवं राजभाषा मंत्रालय ने विज्ञान और ब्रह्मांड, इतिहास तथा आधुनिक अवधारणा पर लिखी गयी उनकी पुस्तक को इस सम्मान के योग्य समझा है। प्रो. जोशी उत्तराखंड के दूसरे ऐसे शिक्षाविद् हैं जिन्हें ‘राजभाषा गौरव सम्मान’ से पुरस्कृत किया गया है। इससे पूर्व 2022 में उनके छोटे भाई कुमाऊं विवि के वर्तमान कुलसचिव प्रो. अतुल जोशी को भी यह पुरस्कार मिला था।

प्रो. जोशी को इस उपलब्धि के लिए हिन्दी दिवस के अवसर पर पुरस्कार के साथ ₹2.00 लाख की धनराशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने डीएसबी कॉलेज से अपनी शिक्षा पूरी की और विश्वविख्यात भौतिक शास्त्री प्रो. डीडी पंत के शोध निर्देशन में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। प्रो. जोशी ने पहले अल्मोड़ा कॉलेज में और वर्ष 2014 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर से सेवा निवृत्त होकर एक सम्मानित शिक्षाविद् के रूप में अपनी पहचान बनाई है।

उनकी इस महान उपलब्धि पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान रावत, परिसर निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा, निदेशक शोध एवं प्रसार प्रो. नंद गोपाल साहू, भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. संजय पंत, कार्यपरिषद सदस्य डॉ. सुरेश डालाकोटी, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत, डॉ. मोहित सनवाल एवं प्रकाश पांडेय आदि ने उन्हें बधाई दी है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी / सत्यवान

   

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