सिरसा के प्रगतिशील किसान आशीष मेहता को एचएयू ने किया सम्मानित

कहा, किसानों को कम रसायनों का प्रयोग के लिए कर रहे हैं जागरूक

सिरसा, 18 मार्च (हि.स.) जिला के गांव सुकेराखेड़ा के प्रगतिशील किसान आशीष मेहता को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मेले में सम्मानित किया गया है। आशीष मेहता को प्राकृतिक खेती व फसल विविधिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए यह अहम सम्मान मिला।

आशीष मेहता ने मंगलवार को बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पूरे हरियाणा से 40 प्रगतिशील किसानों का चयन इस सम्मान के लिए किया गया था जिनमें दो किसान सिरसा जिला से थे। उल्लेखनीय है कि आशीष मेहता पिछले 8 वर्षों से खेती कार्य में अलग-अलग तकनीक अपनाकर अच्छी आमदनी कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हुए हैं। आशीष ने फसल अवशेष प्रबंधन पद्धति अपनाकर सूक्ष्मजीवी गतिविधियां बढ़ाकर मिट्टी की उपजाऊ शक्ति में अत्याधिक वृद्धि करते हुए फसलों की अच्छी पैदावार ली है।

आशीष के मुताबिक धान की पराली जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड व मिथेन जैसी ग्रीन हाउस गैसों के साथ-साथ पर्टिकुलेट मैटर का भारी मात्रा में उत्सर्जन होता है। उसने कभी भी फसल अवशेषों को नहीं जलाया बल्कि उन्हें यंत्रों की सहायता से भूमि में मिला देते हैं। धान के अवशेष मिट्टी में नमी को सुरक्षित रखते हैं और भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाते हैं।

आशीष मेहता पिछले करीब आठ साल से जैविक खेती भी कर रहे हैं। वह प्राकृतिक तरीके से धान, कपास, ग्वार, सब्जियां तथा गेहूं प्राप्त कर रहा है। किसान ने बताया कि जहां पैदावार में बढ़ोतरी हुई है, वहीं गुणवत्ता भी आई है। इसके अलावा एक ही खेत में कई तरह की फसलें उगाकर आशीष फसल विविधिकरण का बेहतरीन लाभ ले रहे हैं। आशीष मेहता ने बताया कि वे क्षेत्र के किसानों को कम से कम रसायनों का प्रयोग के लिए जागरूक भी कर रहे हैं व अन्य किसानों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar

   

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