राज्य की जल नीति और जल प्रबंधन में जन भागीदारी आवश्यक : श्रीनिधि

-मचकुंड सरोवर पर हुआ जल महोत्सव कार्यक्रम

धौलपुर, 14 सितंबर (हि.स.)। प्रदेश के जल संसाधन विभाग के तत्वावधान में शनिवार को जलझूलनी एकादशी के अवसर पर राजस्थान जल महोत्सव-2024 कार्यक्रम का आयोजन तीर्थराज मचकुंड सरोवर पर किया गया। आयोजन में मचकुंड सरोवर के पूजन के साथ दीपदान कार्यक्रम संपन्न हुआ तथा आमजन को बेहतर जल प्रबंधन एवं जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।

कार्यक्रम में जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी ने कहा कि जल महोत्सव का उद्देश्य जल के महत्व को समाज में उजागर करना और जल संसाधनों के संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करना है। यह महोत्सव राज्य की जल नीति और प्रबंधन में लोगों की भागीदारी को भी बढ़ावा देगा। इसके साथ ही जल संसाधनों के प्रति जागरुकता फैलाएगा। जिले में अत्यधिक बारिश हुई है जिससे ताल और तलैया ओवरफ्लो हैं। इसलिए आमजन नदी, तालाबों, पोखर, रपट, झील आदि पर जाने से बचें। भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येन्द्र पाराशर ने कहा कि प्रदेश में आमजन की सरकार है। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर एवं विरासत को बचाने के लिए बेहतर कार्य कर रही है। हमें भी सक्रिय सहभागिता कर अपनी भागीदारी निभानी होगी। भाजपा नेत्री नीरजा शर्मा ने कहा कि जल महोत्सव के आयोजन से लोगों में जल के महत्व तथा संरक्षण की भावना बढेगी। धौलपुर का तीर्थराज मचकुंड सरोवर मरुधरा की शान है। इसे स्वच्छ एवं सुरक्षित रखकर विरासत के संरक्षण में अपना योगदान दें।

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश कुमार मीणा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर जल महोत्सव 2014 कार्यक्रम का आयोजन संपन्न हुआ है। इस आयोजन से लोगों में जल संरक्षण तथा प्रबंधन के प्रति और जागरुकता आएगी। कार्यक्रम में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदर्शन सिंह तोमर, उप जिला कलक्टर डा. साधना शर्मा, लाडली जगमेाहन मंदिर के महंत कृष्णदास महाराज, नगर परिषद आयुक्त अशेाक शर्मा,अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी पप्पू सिंह सिकरवार तथा अपर ब्लाक शिक्षा अधिकारी सविता सिंह सहित अन्य अधिकारी तथा जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप

   

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