पुलिस ने ही मेरी पत्नी को मारा है, इरादा खतरनाक था, आर.जी. कर पीड़िता के पिता ने ईमेल से की शिकायत
- Admin Admin
- Aug 12, 2025
कोलकाता, 12 अगस्त (हि.स.) । आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज की पीड़िता के पिता ने नवान्न अभियान के दौरान अपनी पत्नी पर पुलिस द्वारा हमला करने का गंभीर आरोप लगाते हुए शेक्सपियर सरणी थाने में ईमेल के माध्यम से लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ निकाले गए इस विरोध मार्च के दौरान एक पुलिसकर्मी ने उनकी पत्नी के सिर और पीठ पर लाठी से वार किया, जिससे वह घायल हो गईं और उनके हाथ का शंख भी टूट गया।
मंगलवार को एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़िता के पिता के ईमेल के आधार पर जांच शुरू की गई है। पीड़िता के पिता का कहना है कि यह हमला पूर्वनियोजित और उद्देश्यपूर्ण था, जिसका मकसद उनकी पत्नी को गंभीर रूप से घायल करना था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले से उनकी पत्नी की जान भी जा सकती थी। घटना के बाद उन्हें ईएम बाइपास के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घर लौटने के बाद भी वह ‘सिर की चोट’ (हेड ट्रॉमा) से पीड़ित हैं। पिता ने अपनी ईमेल शिकायत के आधार पर पुलिस से एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू करने की मांग की है।
इस मामले में कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने पहले ही कहा था कि पीड़िता की मां को लगी चोट दुर्भाग्यपूर्ण है और यदि वह चाहें तो शिकायत दर्ज करा सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि पुलिस स्वयं भी मामले की जांच कर रही है। हालांकि, ईमेल शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी या नहीं, इस पर पुलिस की ओर से कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है।
शनिवार को नवान्न अभियान के दौरान हुई घटनाओं को लेकर लालबाजार ने सोशल मीडिया पर अपना पक्ष रखा है। पुलिस का कहना है कि आंदोलनकारियों ने कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया और रानी राशमणि एवेन्यू के बजाय पार्क स्ट्रीट की ओर बढ़ गए। इसके साथ ही, एक राजनीतिक दल के राखी स्टॉल पर तोड़फोड़, हाकर यूनियन के दफ्तर में नुकसान, एक पुलिसकर्मी पर हमला, एक पत्रकार का कैमरा तोड़ना और उसे रोककर रखने जैसे मामलों में कुल पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें से चार न्यू मार्केट थाने और एक हषर स्ट्रीट थाने में दर्ज हुई है।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से जुड़े पीडीपीपी एक्ट की धाराओं में भी मामले दर्ज किए हैं। हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है। पुलिस ने आरोपितों में शामिल राजनीतिक दल का नाम सार्वजनिक नहीं किया है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय



