मप्र में गुटबाजी काे लेकर राहुल गांधी सख्त, भाजपा-आरएसएस पर साधा निशाना

गुटबाजी काे लेकर सख्त राहुल गांधीगुटबाजी काे लेकर सख्त राहुल गांधी

-'कांग्रेस के नए कैंपेन संगठन सृजन' अभियान की शुरुआत की, बैठक में कांग्रेस नेताओं काे दिया घोड़ों का उदाहरण

भाेपाल, 03 जून (हि.स.)। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस के नए कैंपेन 'संगठन सृजन' अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य 2028 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी संगठन को मजबूत करना है। प्रदेश में यह अभियान 10 जून से 30 जून तक चलेगा। राहुल ने 6 घंटे में चार अलग-अलग बैठकें कीं। राहुल ने इन बैठकों में सख्त तेवर दिखाते हुए नेताओं को गुटबाजी खत्म करने, एकजुट होकर काम करने और संगठनात्मक ढांचे को सशक्त बनाने का कड़ा संदेश दिया। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर भी निशाना सााधा।

नेताओं के चक्कर न लगाने की नसीहत-

बैठक में राहुल गांधी ने नेताओं के चक्कर न लगाने की नसीहत दी। साथ ही घोड़ों का एक अनोखा उदाहरण देते हुए तेजी से काम करने का सन्देश दिया। उन्होंने पदाधिकारीयों, कार्यकर्ताओं से कहा, “नेताओं के चक्कर लगाना छोड़ो। मैं मध्य प्रदेश में 55 नेता तलाश कर रहा हूं जो मध्य प्रदेश कांग्रेस का भविष्य बनेंगे।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, तीन तरह के घोड़े होते हैं- रेस वाला, बारात वाला और लंगड़ा घोड़ा। रेस वाला घोड़ा दौड़कर आगे बढ़ जाता है। बारात वाला घोड़ा, बारात तक ही चल पाता है। तीसरा घोड़ा लंगड़ा होता है जो किसी काम का नहीं होता। हमें रेस वाला घोड़ा बनना है। दौड़कर आगे जाना है। उन्होंने यह भी कहा कि बयान देकर भाजपा को फायदा पहुंचाने वाले नेताओं पर लगाम लगायी जाएगी। कांग्रेस के अंदर दो-तीन नेता जो अनर्गल बयान देते हैं। राहुल की बैठक के बाद यह साफ तौर पर माना जा रहा है कि सवाल उठाने और अनर्गल बयान देने वालों पर पार्टी सख्त एक्शन लेगी।

भाजपा और आरएसएस पर कसा तंज-

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ट्रंप का एक फोन आया और नरेन्द्र माेदी जी तुरंत सरेंडर हो गए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है। भाजपा-आरएसएस का यही कैरेक्टर है, ये हमेशा झुकते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी-आरएसएस वालों को मैं अच्छी तरह से जानता हूं, इन पर थोड़ा सा दबाव डालो, ये लोग डरकर भाग जाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘भारत ने 1971 में अमेरिका की धमकी के बावजूद पाकिस्तान को तोड़ा था। कांग्रेस नेता ने कहा कि आजादी के समय से इनकी सरेंडर वाली चिट्ठी लिखने की आदत है। कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं होती है।

चुनिंदा पूंजीपतियों को दिया जा रहा सारा पैसा-

राहुल गांधी ने कहा कि देश में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आबादी करीब 90 फीसद है, लेकिन इनकी भागीदारी ही नहीं है। देश में कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों को ही सारा पैसा दिया जाता है। आज दो हिंदुस्तान बन रहे हैं-एक 90 फीसद का हिंदुस्तान और दूसरा कुछ चुने हुए लोगों का हिंदुस्तान। ऐसे में हम सुपर पावर बनने की चाहे कितनी भी बात कर लें, लेकिन ये तभी संभव है जब हिंदुस्तान अपनी पूरी शक्ति का उपयोग करे। इस देश के युवा को रोजगार नहीं मिल रहा है और इसे छिपाया नहीं जा सकता है। जातिगत जनगणना से पता चल जाएगा कि किसको फायदा मिल रहा है और किसके साथ अन्याय हो रहा है।

कांग्रेस सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेगी-

राहुल ने कहा कि लोकसभा में मैंने देश से वादा किया था। कुछ भी हो जाए जाति जनगणना लोकसभा और राज्यसभा में पास होगा। हम सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। जाति जनगणना को हम लोकसभा में पास करेंगे। जातिगत जनगणना के दो मॉडल हैं। एक तेलंगाना का मॉडल, दूसरा बिहार का मॉडल। बिहार में अफसरों ने जातिगत सर्वे के लिए बिना दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, जनरल कास्ट या अल्पसंख्यकों से पूछे ही सवाल तैयार कर दिए। वहीं, तेलंगाना में हमने लाखों लोगों से सवाल पूछा। हमारे इस प्रॉसेस में 3.5 लाख से ज्यादा लोगों ने एक साथ मिलकर सवाल निकाले हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे

   

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