रेल मंत्री ने बजट को लेकर पुरवोत्तर के मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत

रेल मंत्री द्वारा मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत

गुवाहाटी, 24 जुलाई (हि.स.)। रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आम बजट 2024-25 में रेल मंत्रालय के लिए आवंटन के संबंध में पूर्वोत्तर के मीडियाकर्मियों के साथ नई दिल्ली से वर्चुअली बातचीत की। मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने बताया कि इस साल रेलवे के लिए 2.62 लाख करोड़ रुपये के पूंजी निवेश का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है। इसका एक बड़ा हिस्सा यानी 1.08 लाख करोड़ रुपये का उपयोग संरक्षा संबंधी गतिविधियों जैसे पुरानी पटरियों को नई पटरियों से बदलना, सिग्नलिंग प्रणाली में सुधार, कवच प्रणाली की स्थापना, मौजूदा लेवल क्रॉसिंग गेटों के स्थान पर रोड अंडर ब्रिज/रोड ओवर ब्रिज के निर्माण पर किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस बजट में अमृत भारत ट्रेनें, वंदे मेट्रो, वंदे भारत स्लीपर जैसे नए रोलिंग स्टॉक शुरू करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। रेलवे द्वारा सेफ्टी फर्स्ट, यात्रियों की सुविधा, क्षमता वृद्धि और इसके बुनियादी संरचना में सुधार की प्राथमिकता पर जोर दिया गया है। 'कवच 4.0' के उन्नत संस्करण को हाल ही में मंजूरी मिली है, जिसे तेजी से स्थापित किया जाएगा। 'कवच 4.0' हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, ऑप्टिकल फाइबर, टेलीकॉम टावर, ऑन ट्रैक सिस्टम, स्टेशनों और डेटा सेंटर प्रबंधन का एक संयोजन है। रेल मंत्री ने बताया कि जनरल कोचों की बढ़ती मांग के कारण रेलवे ने इस चालू वित्त वर्ष में 2,500 जनरल कोच के निर्माण करने का निर्णय लिया गया था। बाद में, बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 10,000 जनरल कोच बनाने का फैसला किया गया है।

रेल मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूसी रेलवे के लिए सकल बजट आवंटन 14183.69 करोड़ रुपये है। पूर्वोत्तर राज्यों के लिए यह आवंटन 10,376 करोड़ रुपये है।

बातचीत के दौरान, पूसी रेलवे के महाप्रबंधक ने बताया कि विगत वर्षों की तुलना में सभी बुनियादी संरचना और संरक्षा संबंधी कार्यों के लिए पर्याप्त धन आवंटित किया गया है। महाप्रबंधक ने बताया कि 2023-24 के दौरान 921 रूट कि.मी. विद्युतीकृत किया गया। 2024-25 के दौरान 1573 रूट कि.मी. रेल पटरियों का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे सभी पूर्वोत्तर राज्यों का विद्युतीकरण पूरा हो जाएगा। पूसी रेलवे पर विद्युतीकरण कार्यों के लिए 694.69 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

इस वर्ष का बजट आवंटन पूसी रेलवे के लिए कई श्रेणियों में अभूतपूर्व वृद्धि दर्शाता है। नई लाइन और दोहरीकरण परियोजनाओं के लिए लगभग 8378.53 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। संरक्षा और परिचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, ट्रैक नवीनीकरण कार्यों और पुल कार्यों के लिए 1305.07 करोड़ रुपये और सिग्नलिंग एवं दूरसंचार कार्यों के लिए 170 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। स्टेशन परिसर में यात्री सुविधाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए 537 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में 74,972 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 1,368 किलोमीटर लंबाई की रेलवे बुनियादी संरचना की कुल 18 परियोजनाएं चल रही हैं।

उल्लेखनीय है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूसी रेलवे के 60 स्टेशनों को विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित किया जाएगा। इनमें से असम में 50, त्रिपुरा में 04 और अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड एवं सिक्किम में 01-01 स्टेशनों को अपग्रेड किया जाएगा। सड़क और रेल उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा में बढ़ोतरी प्रदान करने हेतु लेवल क्रॉसिंग गेट के स्थान पर पू. सी. रेलवे में 2014 से अब तक रिकॉर्ड 470 रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है।

इस बजट में बेहतर संरक्षा प्रदान करने के अलावा रेलवे के समग्र बुनियादी संरचना के परिदृश्य को बदलने पर जोर दिया गया है। अभूतपूर्व रिकॉर्ड आवंटन के साथ पूर्वोत्तर कनेक्टिविटी को और अधिक बढ़ावा मिलेगा, जिससे पूर्वोत्तर राज्यों के कायाकल्प में भारतीय रेल का योगदान और बढ़ेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / देबजानी पतिकर / अरविन्द राय

   

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