मुख्यमंत्री की मौजूदगी में रैवासा पीठ के 18वें पीठाधीश्वर बने राजेंद्रदास देवाचार्य

सीकर, 15 सितंबर (हि.स.)। रैवासा पीठ के उत्तराधिकारी राजेंद्र दास देवाचार्य चादरपोशी के बाद पीठ के 18वें पीठाधीश्वर बन गए हैं। चादरपोशी का कार्यक्रम जानकीनाथ बड़ा मंदिर परिसर में सुबह 11:15 बजे से शाम 4:15 बजे तक चला। सबसे पहले प्रमुख पीठाधीश्वरों, महामंडलेश्वरों व साधु-संतों ने पूजा अर्चना कर विधि-विधान के साथ रैवासा की गद्दी पर उत्तराधिकारी राजेंद्र दास देवाचार्य महाराज को विराजित किया। इसके बाद वे रैवासा पीठ के नए पीठाधीश्वर घोषित किए गए। बाद में सभी संत-महंतों ने पीठाधीश्वर राजेंद्र दास देवाचार्य महाराज को चादर ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी पहुंचे।

मंदिर प्रांगण में चादरपोशी होने के बाद नए पीठाधीश्वर को पांडाल में ले जाया गया, जहां संत-महंतों ने उनका चादर ओढ़ाकर स्वागत किया। इस दौरान अनेक पीठों के पीठाधीश्वरों, महामंडलेश्वरों और संत महंतों ने संबोधित किया। मंदिर प्रांगण में करीब 3:30 बजे सीएम भजनलाल शर्मा भी पहुंचे और पीठाधीश्वर राजेंद्र दास देवाचार्य महाराज की चादरपोशी कर उनसे आशीर्वाद लिया। सीएम आधे घंटे तक मंदिर में रुके। कार्यक्रम राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, हवामहल विधायक और हाथोज महंत बालमुकुंद आचार्य, रैवासा गांव के सरपंच और गणमान्य ग्रामीणों की मौजूदगी में हुआ। इस दौरान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हरिराम रणवां, खंडेला विधायक सुभाष मील, सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल सिखवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

पीठाधीश्वर राजेंद्र दास देवाचार्य ने गद्दी संभालते हुए कहा कि मैं महाराज (राघवाचार्य) से कई बार मिला। लेकिन, उन्होंने इस विषय में कभी बात नहीं की। देवलोकगमन से 3 दिन पहले (27 अगस्त) उन्होंने राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी को बुलाकर अपना वसीयतनामा सौंपा।

पीठाधीश्वर ने कहा कि राघवाचार्य महाराज उनसे इतना प्रेम करते थे कि उन्होंने अपने इच्छा-पत्र पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों से हस्ताक्षर करवा कर मुझे रैवासा पीठ का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि अगर राघवाचार्य महाराज उन्हें यह जिम्मेदारी देने से पहले बताते तो मैं उनके पैर पकड़ कर मना कर देता। लेकिन अब वह मुझे रैवासा पीठ की जिम्मेदारी सौंप कर गए हैं तो मैं निश्चित इस जिम्मेदारी को निभाऊंगा और रैवासा पीठ को आगे तक ले जाने के लिए काम करूंगा।

कार्यक्रम में घाना पीठाधीश्वर महंत बजरंग देवाचार्य तापड़िया धाम, महामंडलेश्वर महंत सियारामदास गलता गेट, महंत अयोध्यादास, महंत अलबेली माधुरीशरण शुक्र संप्रदाचार्य, महंत राजूदास हनुमानगढ़ी, सतुआ बाबा बनारस, महंत बालमुकुंद आचार्य, आचार्य पीठ जयरामदास महाराज श्रीबालंद मठ जयपुर सहित अनेक धर्माचार्य चादरपोशी के कार्यक्रम में शामिल होंगे। महामंडलेश्वर रंग महल के महंत जी, आचार्य किशोर दास वृंदावन, अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता गौरीशंकर दास हनुमानगढ़ी, ईश्वरदास महाराज ऋषिकेश, महामंडलेश्वर ओमकार दास चित्रकूट, महामंडलेश्वर सीताशरण चित्रकूट, जगदीश दास महाराज जगन्नाथपुरी सहित अनेक संत एवं महंत भी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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