उच्च माध्यमिक परीक्षा में सख्ती से नाराज़ छात्र, परीक्षा केंद्र में तोड़फोड़
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- Mar 13, 2025

1.5 लाख के नुकसान की भरपाई की मांग
कोलकाता, 13 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक बहुल मुर्शिदाबाद जिले में उच्च माध्यमिक परीक्षा के दौरान नकल करने से रोके जाने पर छात्रों ने परीक्षा केंद्र में भारी तोड़फोड़ कर दी। घटना फरक्का स्थित नयनसुख उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई, जहां परीक्षा केंद्र बनाया गया था। परीक्षा के बाद छात्रों ने 11 कमरों में जमकर उत्पात मचाया, जिससे स्कूल की संपत्ति को करीब 1.5 लाख का नुकसान हुआ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वपन कुमार दास ने पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद के डिप्टी सेक्रेटरी उत्पल विश्वास को पत्र लिखकर इस नुकसान की भरपाई की मांग की है। उन्होंने साफ कहा कि यदि क्षतिपूर्ति नहीं दी गई तो भविष्य में उनके विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाना संभव नहीं होगा।
नयनसुख उच्च माध्यमिक विद्यालय में धर्मडांगा उच्च माध्यमिक विद्यालय, न्यू फरक्का उच्च माध्यमिक विद्यालय और तिलडांगा उच्च माध्यमिक विद्यालय के कुल 703 छात्रों की परीक्षा हो रही थी। 10 मार्च को दर्शनशास्त्र (फिलॉसफी) की परीक्षा थी, जिसमें न्यू फरक्का विद्यालय के 140 और तिलडांगा विद्यालय के 27 छात्र शामिल हुए।
परीक्षा के दौरान सख्ती के कारण छात्र नकल नहीं कर पाए। इसके बाद परीक्षा खत्म होते ही न्यू फरक्का और तिलडांगा स्कूल के छात्रों ने मिलकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान 10 टेबल, 14 लाइटें, 30 सीलिंग फैन, 10 कुर्सियां और 21 बेंच क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
न्यू फरक्का उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य मणिरुल इस्लाम ने कहा कि मुझे इस घटना की जानकारी पत्र के माध्यम से मिली, लेकिन इसमें यह स्पष्ट नहीं किया गया कि छात्रों ने तोड़फोड़ क्यों की। क्षतिपूर्ति के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। अगर शिक्षा परिषद से कोई निर्देश आता है, तो हम उस पर विचार करेंगे।
इसी तरह, तिलडांगा उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य अभिजीत पाल ने कहा कि मुझे मौखिक रूप से इस घटना की जानकारी दी गई थी, लेकिन लिखित रूप में कोई सूचना नहीं मिली। क्षतिपूर्ति की मांग के बारे में मुझे कुछ पता नहीं है।
नयनसुख विद्यालय प्रशासन ने शिक्षा परिषद को लिखे पत्र में कहा है कि यदि इस नुकसान की भरपाई नहीं होती है, तो भविष्य में स्कूल को परीक्षा केंद्र के रूप में उपलब्ध कराना संभव नहीं होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर