गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल डेका ने रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में तिरंगा फहराया, गिनाई सरकार की उपलब्धि 

रायपुर 26 जनवरी (हि.स.)। राज्यपाल रमेन डेका द्वारा आज रविवार काे यहां राजधानी रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड में तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली । इस दाैरान राज्यपाल डेका ने जनता के नाम दिए संदेश काे पढ़ा। राज्यपाल ने अपने संदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार की एक साल के कार्यकाल की उपलब्धिधाें काे गिनाई।

राज्यपाल रमेन डेका ने अपने संबाेधन में कहा कि हमारी परंपरा में जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी की बात कही गई है। जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर हैं। हमारी इस सुंदर धरती भारत माता के 76 वें गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाने, हम सब आज एकत्र हुए हैं। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें इस धरती में जन्म लेने का पुण्य मिला। हमारा सौभाग्य इस बात को लेकर भी है कि हम एक स्वतंत्र धरती में एक सबसे अच्छे संविधान की छांव में सुकून का जीवन बिता रहे हैं। यह सब संभव हो पाया हमारे स्वातंत्र्य वीरों और शहीदों के साहस के बूते।

राज्यपाल ने आगे कहा कि हमारे गणतंत्र को सबसे बड़ा खतरा हिंसक विचारधाराओं से है। विगत कई वर्षों से प्रदेश माओवाद के संकट में उलझा हुआ है। मेरी सरकार ने एक वर्ष के भीतर सघन अभियान चलाकर माओवादियों को कमजोर करने का कठिन परिश्रम किया है। उत्साह और उमंग से भरे हमारे जवानों ने माओवादियों की रीढ़ तोड़ दी है। उन्होंने माओवादियों को उनके सबसे सुरक्षित पनाहगाहों में मार गिराया है।

जिन इलाकों में माओवादी आतंक की वजह से विकास का उजाला नहीं पहुंच सका था, वहां नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से मेरी सरकार 17 विभागों की 53 कल्याणकारी योजनाओं और 28 सामुदायिक सुविधाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचा रही है। पहली बार इन गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगे हैं। आधार कार्ड बने हैं। आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं। स्कूलों में बच्चों की मुस्कुराहट लौट आई है। हमारी सरकार ने बस्तर में बस्तर ओलंपिक का भी आयोजन किया। इनमें 1 लाख 65 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। यह संकेत है कि बस्तर में शांति का दौर लौट आया है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में इस पहल का जिक्र करते हुए प्रशंसा की, जो पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है।

सुशासन मेरी सरकार का मूलमंत्र है। सुशासन के लिए सबसे जरूरी शर्त है पारदर्शिता। मेरी सरकार हर स्तर पर डिजिटल गवर्नेंस को अपना रही है। विभिन्न विभागों में 266 करोड़ रुपये की लागत से आईटी टूल्स इंस्टाल किये जा रहे हैं। इनसे विभागीय गड़बड़ियों की आशंका थम जाएगी। हमारी सरकार ई-आफिस प्रणाली को भी अपना रही है। नोटशीट अब ई-फाइल के रूप में बढ़ेगी। अधिकारी जो टिप्पणी करेंगे, वो सुरक्षित हो जाएगी, इसमें किसी तरह का फेरबदल संभव नहीं होगा। तय समय-सीमा में फाइल मूव होगी। इससे नीतिगत निर्णयों की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी।

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने डिजिटल गवर्नेंस को हर स्तर पर बढ़ावा दिया है। पीएम गतिशक्ति के माध्यम से वे देश की बड़ी अधोसंरचना परियोजनाओं की मानिटरिंग करते हैं, जिससे तय समय-सीमा में इन्हें आगे बढ़ाने में सफलता मिलती है। हमारी सरकार ने प्रदेश में अटल मानिटरिंग पोर्टल तैयार किया है। इसके माध्यम से फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखी जाती है। सरकार ने खनिजों के मैनुअल ट्रांजिट पास को समाप्त कर आनलाइन ट्रांजिट पास की व्यवस्था की है। जेम पोर्टल से शासकीय खरीदी सुनिश्चित की गई है।

हमारी सरकार साफ-स्वच्छ प्रशासन देने प्रतिबद्ध है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि सिविल सेवा के ढांचे और शासकीय सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया की शुचिता बनी रहे। मेरी सरकार ने पीएससी 2021 परीक्षा की जांच का काम सीबीआई को सौंपा है। पीएससी परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ाने को लेकर तथा प्रदेश के युवाओं को यूपीएससी में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए, पीएससी परीक्षाओं को यूपीएससी की तर्ज पर कराने का निर्णय लिया गया है। यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए नई दिल्ली के ट्राइबल यूथ हास्टल में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 185 कर दी गई है। रायपुर की नालंदा लाइब्रेरी की तर्ज पर 13 नगरीय निकायों में सर्वसुविधायुक्त हाईटेक लाइब्रेरी स्थापित की जा रही है।

उन्हाेंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती अपने भीतर अपार सुंदरता को समेटे हुए है। कांगेर घाटी से लेकर सेमरसोत तक जंगलों की अद्भुत श्रृंखला पर्यटकों को विस्मय से भर देती है। यहां आदिवासी संस्कृति का जादू है और पंडवानी का चमत्कार भी। एशिया का नियाग्रा यहां है और मैनपाट में मैक्लोडगंज का आभास भी। संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन द्वारा चुने गये विश्व के 20 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में से एक कांगेर घाटी का गाँव धुड़मारास है। शांत सुरम्य परिवेश में रचे-बसे हमारे इस अद्भुत प्रदेश में पर्यटकों को खींचने की अपार संभावना है।

सरकार इस सुंदर परिवेश में कुछ नया और बेहतर जोड़ने का लगातार काम कर रही है। अभी गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व की स्थापना मेरी सरकार ने की है। यह देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। अंबिकापुर के दरिमा में माँ महामाया एयरपोर्ट आरंभ किया गया है। अंबिकापुर- बिलासपुर-रायपुर फ्लाइट आरंभ होने से पर्यटकों को काफी सुविधा मिल रही है। जगदलपुर से नियमित विमानों की वजह से बस्तर का सुंदर लैडस्केप देखना पर्यटकों के लिए बेहद सहज हो गया है। होम स्टे की सुविधा देने वाले उद्यमियों को अनुदान देने का प्रावधान नई औद्योगिक नीति में किया गया है। यहां पर्यटन कॉरीडोर का निर्माण किया जा रहा है। इन सबकी वजह से बड़ी संख्या में पर्यटकों के यहां पहुंचने की संभावना है। इसमें बस्तर और सरगुजा के विकास को नई गति मिलेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / गेवेन्द्र प्रसाद पटेल

   

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