शोध की गुणवत्ता काे दें प्राथमिकता: डीसीआरयूएसटी कुलगुरु का आह्वान

सोनीपत, 8 जुलाई (हि.स.)। दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

(डीसीआरयूएसटी), मुरथल के कुलगुरु प्रो. प्रकाश सिंह से भेंट कर नवागंतुक शोधार्थी

अत्यंत प्रेरित और अभिभूत हुए। कुलगुरु ने मंगलवार को विद्यार्थियों से सीधा संवाद

करते हुए कहा कि शोध के दौरान यदि कोई कठिनाई आती है तो वे बिना झिझक उनसे मिलें और

समाधान पाएं। शोध, संवाद, समाधान और समर्पण की दिशा में विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता

है।

प्रो. सिंह ने शोधार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे

शोध की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और अपने शोध पत्रों को एससीआई जर्नल में

प्रकाशित कराने का लक्ष्य रखें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी बनना है।

उनका विश्वास है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति और युवाओं की भागीदारी

भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में लाएगी। शोध के बल पर भारत वैश्विक

मानचित्र पर अग्रणी भूमिका निभा सकता है।

प्रो. सिंह ने शोधार्थियों को अपने कार्यालय में संवाद के

लिए आमंत्रित करते हुए आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय उनके शोध कार्य में किसी प्रकार

की बाधा नहीं आने देगा। उन्होंने जानकारी दी कि पीएचडी शोधार्थियों को नियम अनुसार

25 हजार रुपये मासिक स्कॉलरशिप और 10 हजार रुपये वार्षिक आकस्मिक व्यय प्रदान किया

जाएगा। साथ ही शोध प्रस्तुतियों हेतु कार्यशालाओं की रजिस्ट्रेशन फीस भी विश्वविद्यालय

वहन करेगा। शोधार्थियों ने विश्वविद्यालय की सुविधाओं जैसे पुस्तकालय व प्रयोगशालाओं

का भरपूर उपयोग करने और गंभीरतापूर्वक शोध करने का आश्वासन कुलगुरु को दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना

   

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