स्टेक प्राप्त होने के बाद भी कई राईस मिलों से चावल जमा नहीं
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- Nov 11, 2024
धमतरी, 11 नवंबर (हि.स.)।कस्टम मिलिंग के तहत अभी तक जिले के कई राईसमिलों से चावल जमा नहीं हो पाया है। लाखों क्विटल चावल जमा करना शेष है। चावल जमा करने के लिए स्टेक प्राप्त होने के बाद कई मिलर चावल जमा करने दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।ऐसे राईस मिलों में शिकंजा कसने अब खाद्य विभाग के अधिकारी सीधे राईस मिलों में जांच के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं चावल व धान जब्ती की सीधे कार्रवाई करने से कई राईस मिलरों में हड़कंप मच गया है।
डीएमओ व जिला खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दिवाली त्यौहार से पहले कस्टम मिलिंग के तहत करीब सात लाख क्विंटल चावल जमा करना शेष था। अब चावल जमा करने के लिए स्टेक मिल रहा है, लेकिन कई राईस मिलों से चावल जमा नहीं हो रहा है। समय पर चावल जमा नहीं होने इस साल धमतरी जिला कस्टम मिलिंग में पिछड़ चुके हैं। ऐसे में अब चावल जमा कराने के लिए जिला खाद्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सीधे राईस मिलों में पहुंचकर चावल व धान के स्टाक की जांच करके कार्रवाई कर रहे हैं।
कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देश पर जिले में खाद्य विभाग द्वारा राईस मिलों की जांच की जा रही है। इसी कड़ी में नौ नवंबर को विभागीय अमला द्वारा नगरी विकासखंड के तहसील बेलरगांव स्थित श्री गजराज एग्रो इण्डस्ट्रीज गढ़डोंगरी मा. द्वारा स्टेक प्राप्त होने के बाद भी लंबे समय से चावल जमा नहीं करने के कारण उक्त राईस मिल की जांच की गई। जांच में श्री गजराज एग्रो इण्डस्ट्रीज गढ़डोंगरी मा. से धान का भौतिक सत्यापन करने पर स्टाक में 19014 क्विंटल 11 किलोग्राम धान कम पाया गया। इसके मद्देनजर 15 दिनों से अधिक अवधि तक स्टेक प्राप्त होने के बाद भी चावल जमा नहीं करने पर भौतिक सत्यापन कर छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 की कंडिकाओं का उल्लंघन पाए जाने के कारण 1194 क्विंटल 40 किलोग्राम धान तथा 846 क्विंटल चावल अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।
कस्टम मिलिंग के प्रभावित होने की आशंका
उल्लेखनीय है कि पिछले साल के समर्थन मूल्य पर खरीदे धान के उठाव के बाद भी कई राईस मिलरों ने अब तक चावल जमा नहीं किया है, जबकि 14 नवंबर से पुन: समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू हो जाएगी। ऐसे में कस्टम मिलिंग के तहत मिलर शेष चावल को कब जमा करेंगे, यह शासन-प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। समय रहते चावल जमा नहीं होता है, तो इस साल के कस्टम मिलिंग के प्रभावित होने की आशंका है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा